सोनीपत, 15 सितंबर (हप्र)
कोरोना काल के बीच बच्चों की शिक्षा को कैसे शुरू किया जाए। इसके ट्रायल के तौर पर सोनीपत जिले के वाजिदपुर सबौली गांव के स्कूल में 2 दिन का ट्रायल पूरा किया गया। इस बीच मंगलवार को डीसी की अगुवाई में प्रशासन की टीम ने स्कूल की व्यवस्थाएं जांची और लोगों से बातचीत की। स्कूल में दो दिन तक दसवीं की कक्षाएं लगाई गई हैं। इसके लिए जरूरी इंतजाम का जायजा टीम ने लिया। इस दौरान इंतजामों का जायजा लेते हुए उन्होंने बताया कि सबसे पहले स्कूल के प्रवेश द्वार पर बच्चों के जूतों को कोविड-19 कोरोना वायरस से मुक्त करने के लिए ट्रै में पैड लगाकर सोडियम हाईपोक्लोराईड से जूतों की सफाई कराई जाएगी।
इसके बाद छात्रों के बस्तों को एवं उसमें किताबों व अन्य पाठ्य सामग्री को जीवाणु रहित करने के लिए यूवी स्टेरीलाइज बॉक्स के अंदर से गुजारा जाएगा। इसके बाद थर्मल स्कैनर के जरिये छात्रों का तापमान चैक किया जाएगा। छात्र अपना बैग रखकर अपने हाथों को पानी तथा साबुन से समझाई गई विधि अनुसार साफ करेंगे। उन्होंने कहा कि बच्चे अपने चेहरे पर सही ढंग से मास्क को लगाकर अलग-अलग बैंच पर बैठेंगे। ये सभी बैंच स्कूल के बरामदों में लगवाए गए हैं, ताकि हवा का प्रवाह लगातार बना रहे।
एक कक्षा में बैठाए गए केवल 20 छात्र
डीसी श्यामलाल पूनिया ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौर में छात्रों की शिक्षा को सामान्य रूप में लाने के लिए प्रदेश में दो राजकीय स्कूलों को चुना गया है। इसमें से सोनीपत जिले का राजकीय उच्च विद्यालय वाजिदपुर-सबौली भी शामिल है। स्कूल में 20-20 बच्चों को 2 कक्षाओं में बैठाकर दो दिन का अभ्यास कराया गया।