शिमला, 2 जून (निस)
हिमाचल प्रदेश के प्राकृतिक खेती करने वाले किसान गुजरात सहित अन्य राज्यों में मास्टर ट्रेनर की भूमिका में जल्द ही नजर आएंगे। यह जानकारी आज शिमला के पीटर हॉफ में आयोजित एक दिवसीय उत्कृष्ट किसान सम्मेलन के दौरान गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कही। प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान आचार्य देवव्रत ने कहा कि प्राकृतिक खेती में हिमाचल प्रदेश पूरे देश में अग्रणी राज्य के रूप में भरा है। आचार्य देवव्रत ने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण के लिए कृषि क्षेत्र 24 फिसदी हिस्सेदारी देता है ऐसे में यदि हम सभी इस खेती विधि को अपना लें तो हम पर्यावरण को भविष्य की पीढियों के लिए संजोए रखने के साथ बीमारियों से भी बच सकते हैं। शिमला में पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत में आचार्य देवव्रत ने कहा कि एक एकड़ खेत में प्राकृतिक खेती के लिए खाद यानी जीवामृत देसी गाय के एक दिन के गोमूत्र और गोबर से ही तैयार हो सकता है। एक गाय से 25 एकड़ जमीन में प्राकृतिक खेती की जा सकती है।