नयी दिल्ली, 15 सितंबर (एजेंसी)
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि देश में करीब 92 फीसदी मामले हल्के लक्षण वाले हैं। केवल 5.8 फीसदी मामलों में ऑक्सीजन थैरेपी की जरूरत पड़ी। वहीं 1.7 फीसदी मामले आईसीयू वाले रहे।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘अनुमान है कि सरकार के लिए गये फैसलों से संक्रमण के करीब 14-29 लाख मामलों को रोकने और 37-38 हजार लोगों को मौत से बचाने में मदद मिली।’ उन्होंने कहा कि संक्रमण और उससे मौत के सर्वाधिक मामले मुख्यत: महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, ओडिशा, असम, केरल और गुजरात से आये हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार और समाज के सहयोग से भारत प्रति 10 लाख आबादी पर संक्रमितों की संख्या 3328 और 55 लोगों की मौत तक सीमित रखने में सफल रहा है। यह, अन्य देशों की तुलना में सबसे कम दरों में से एक है।
वैक्सीन पर ध्यान, आयुर्वेदिक दवाओं का भी परीक्षण : हर्षवर्धन ने कहा कि देश में प्रमुख रूप से ध्यान कोविड-19 के टीके के विकास पर रहा है और 30 से अधिक टीकों को समर्थन दिया गया है, जो विकास के विभिन्न स्तरों पर हैं। उन्होंने कहा कि ‘इम्युनोमॉड्यूलेटर सेप्सिवैक’ के दूसरे चरण के क्लीनिकल परीक्षण को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। इसके अलावा जड़ी-बूटी आधारित (फाइटोफार्मास्युटिकल) पहली दवा एसीक्यूएच का दूसरे चरण का क्लीनिकल परीक्षण चल रहा है। ‘अश्वगंधा’ का एक रोगनिरोधक परीक्षण और ‘गुडूची प्लस पिप्पली’, यष्ठिमधु तथा पॉलीहर्बल आयुष औषधि (आयुष-64) के तीन परीक्षण मामूली रूप से अस्वस्थ कोविड-19 रोगियों पर करने की योजना है।
6 दिन बाद 90 हजार से कम मरीज
देश में 6 दिन बाद कोरोना के नये मरीजों की संख्या 90 हजार से नीचे आयी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मंगलवार सुबह तक के आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटों में 83,809 नये मरीज सामने आये। इस दौरान 1054 संक्रमितों की मौत हो गयी और 79,292 मरीज ठीक हुए। इसके साथ ही देश में इस महामारी के कुल मामले 49.30 लाख के पार हो गये हैं। मृतक संख्या बढ़कर 80,776 हो गयी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार संक्रमण से मुक्त होने वाले लोगों की संख्या 38.59 लाख के पार हो गयी है। इसी के साथ राष्ट्रीय स्तर पर स्वस्थ दर 78.28 हो गयी है। कोरोना से मृत्यु दर 1.64 फीसदी है।