भिवानी, 4 सितंबर (हप्र)
आज के डिजिटल युग में विधार्थियों के लिए रोजगार के बेहतरीन अवसर उपलब्ध है, इसी को ध्यान में रखते हुए वैश्य महाविद्यालय प्रबन्धन कॉलेज में क्वालिटी एजुकेशन के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा प्रयास है कि भिवानी आधुनिक एवं क्वालिटी एजुकेशन का हब बने।
यह बात वैश्य महाविद्यालय ट्रस्ट के अध्यक्ष शिवरतन गुप्ता ने वैश्य महाविद्यालय भिवानी में उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा शुरू हुई दाखिला प्रक्रिया, एवं छात्र-छात्राओ एवं अभिभावकों की जिज्ञासायें एवं उनके समाधान विषय पर आयोजित एक प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहे। उन्होंने एवं कंप्यूटर सम्बन्धित आधुनिक विश्वस्तरीय सुविधाएं अब महाविद्यालय में विद्यार्थियों को मिल सकें, इसके लिए अत्याधुनिक कम्प्यूटर लैब शुरू की गई है। प्रबन्ध समिति के महासचिव सुरेश गुप्ता ने बताया कि महाविद्यालय में रोजगारपरक कोर्स की भी नि:शुल्क सुविधा प्रदान की जा रही है।
इस बात का विशेष ध्यान रखा जाता है कि यहां पर पढ़ने वाले विद्यार्थियों को कक्षा के अलावा अतिरिक्त ट्यूशन की आवश्यकता न पड़े। इस मौके पर महाविद्यालय की प्राचार्या डाॅ. सुधा रानी, स्वपोषित विभाग की डायरेक्टर डॉ. प्रोमिला सुहाग, सहायक रजिस्ट्रार अनिल तंवर भी मौजूद थे।
डाॅ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को किया याद
सफीदों (निस) : उपमंडल के पिल्लुखेड़ा कस्बे के एफएस काॅन्वेंट स्कूल परिसर में शनिवार को शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में भारत के पहले उपराष्ट्रपति व दूसरे राष्ट्रपति डाॅ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की याद में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें छात्राओं ने शिक्षा, शिक्षक व विद्यार्थी को विषय बनाकर अपने विचार रखे। स्कूल के प्रबंध निदेशक राजेश कुमार ने डाॅ. सर्वपल्ली के जीवन के अत्यंत प्रेरक पहलुओं, विशेषकर भारतीय दर्शन को विश्वविख्यात करने में उनके योगदान की चर्चा की।
वैश्य महाविद्यालय में मनाया शिक्षक दिवस
रोहतक (हप्र) : स्थानीय वैश्य महाविद्यालय के 75 वर्ष पूरे होने के सुअवसर पर शिक्षक दिवस एवं हिंदी पखवाड़ा के उपलक्ष्य में व्याख्यान, एकल रंगमंच प्रस्तुति, काव्य रसधार कार्यक्रम का आयोजन करवाया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विकास गोयल प्रधान-वैश्य एजुकेशन सोसाइटी, विशिष्ट अतिथि-संजय सिंगला (उपप्रधान), विशिष्ठ अतिथि-कैलाश जैन (सहसचिव), पवन खरकिया (कोषाध्यक्ष) ने शिरकत की। इस कार्यक्रम में जाने-माने कवियों ने अपनी सुन्दर कविताएंं प्रस्तुत कर, खूब वाहवाही बटोरी।