चंडीगढ़, 31 मई (ट्रिन्यू)
हरियाणा में शहरी स्थानीय निकायों – नगर परिषद व नगर पालिका के चुनाव कांग्रेस सिम्बल पर नहीं लड़ेगी। कांग्रेस ने खुद को इन चुनावों से दूर कर लिया है। हालांकि कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरेंगे। मंगलवार को चंडीगढ़ में हुई अहम बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक हरियाणा मामलों के प्रभारी विवेक बंसल, विपक्ष के नेता व पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा व प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान की मौजूदगी में हुई।
बैठक में राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष – जितेंद्र कुमार भारद्वाज व रामकिशन गुर्जर के अलावा कांग्रेस के अधिकांश विधायक मौजूद रहे। बैठक में कांग्रेस वर्किंग कमेटी के विशेष आमंत्रित सदस्य व आदमपुर विधायक कुलदीप बिश्नोई नहीं आए। बैठक के बाद प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान ने कहा कि पार्टी ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि 18 नगर परिषद और 28 नगर पालिकाओं के चुनाव कांग्रेस अपने चुनाव चिह्न पर नहीं लड़ेगी।
इससे पूर्व निकाय चुनावों को लेकर नई दिल्ली में भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हो चुकी है। इस बैठक में मोटे तौर पर यह बात उभर कर सामने आई थी कि परिषद के चुनाव सिम्बल पर लड़े जाएं और पालिकाओं के चुनाव न लड़े जाएं। इन चुनावों को भाईचारे के और छोटे चुनाव बताते हुए कांग्रेस ने यह निर्णय लिया है। प्रदेशाध्यक्ष का कहना है कि जिलों के सभी वरिष्ठ नेताओं को कहा गया है कि वे एकजुट होकर चुनाव लड़ें और भाजपा को हराने का काम करें। उनका कहना है कि इससे पहले भी नगर परिषद और नगर पालिका के चुनाव सिम्बल पर नहीं लड़े गए। इस बार भी नहीं लड़ेंगे।
नगर निगम के चुनाव पार्टी सिम्बल पर ही लड़े जाएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार से समाज के सभी वर्ग त्रस्त हैं। उनका कहना है कि नगर परिषद व नगर पालिका के चुनाव भाईचारे के होते हैं।
किरण व गोगी चाहते थे लड़ें सिम्बल पर : बैठक में पूर्व मंत्री व तोशाम विधायक किरण चौधरी ने सिम्बल पर चुनाव लड़ने का मुद्दा उठाया। असंध विधायक शमेशर सिंह गोगी भी सिम्बल पर चुनाव लड़ने के पक्षधर थे। बताते हैं कि अधिकांश विधायकों द्वारा इससे सहमति नहीं जताने पर पार्टी ने इन चुनावों में सिम्बल पर नहीं उतरने का निर्णय लिया है।
भाजपा चुनाव समिति की बैठक आज
भाजपा की चुनाव समिति की बैठक बुधवार को पंचकूला में प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ की अध्यक्षता में होगी। इस बैठक में कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे। भाजपा ने 18 नगर परिषद के चुनाव सिम्बल पर लड़ने का निर्णय लिया है। वहीं 28 नगर पालिकाओं के चुनाव का फैसला जिला इकाइयों पर छोड़ा गया है। इस बैठक में परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा की अध्यक्षता वाली इलेक्शन मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य भी मौजूद रहेंगे। निकाय अनुसार नियुक्त किए प्रभारी भी बैठक में पहुंचेंगे और अपना फीडबैक देंगे।
जजपा ने आठ प्रत्याशी किए घोषित
भाजपा की गठबंधन सहयोगी जजपा ने आठ निकायों में अध्यक्ष पद के लिए अपने उम्मीदवार मैदान में उतार दिए हैं। भाजपा ने खुद से ही निकायों के चुनाव अकेले लड़ने का निर्णय लिया है। इसके बाद ही पार्टी अध्यक्ष डॉ अजय सिंह चौटाला की सहमति के बाद प्रत्याशी घोषित किए हैं। पार्टी ने उचाना नगर पालिका से अनिल शर्मा, घरौंडा पालिका में विनोद पाल, चीका पालिका में रेखा रानी, शाहाबाद में गुलशन क्वात्रा, जींद नगर परिषद में रजनी अरोड़ा, बहादुरगढ़ नगर परिषद में कविता राठी, भिवानी नगर परिषद में शमां मान तथा नारनौल नगर परिषद में कमलेश सैनी को चेयरमैन/चेयरपर्सन पद का उम्मीदवार घोषित किया है। अजय सिंह चौटाला ने कहा कि बाकी उम्मीदवारों की घोषणा भी जल्द होगी।
चुनाव में हो वीवीपैट का इस्तेमाल : अभय
इनेलो प्रधान महासचिव एवं विधायक अभय चौटाला ने निकाय चुनावों में राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा मतदान के दौरान वीवीपैट का इस्तेमाल नहीं करने के निर्णय पर ऐतराज जताया है। उनका कहना है कि राज्य निर्वाचन आयोग को 2013 के सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को मानना चाहिए, जिसमें चुनाव आयोग को ईवीएम के साथ वीवीपैट की व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए थे। इनेलो नेता ने निकाय चुनावों में वीवीपैट के इस्तेमाल करने की मांग करते हुए कहा कि इससे धांधली नहीं होगी और पारदर्शिता बनी रहेगी।