चंडीगढ़, 3 सितंबर (ट्रिन्यू)
संयुक्त अध्यापक फ्रंट ने उनके साथ पैनल बैठक नहीं करने के विरोध में शिक्षामंत्री मंत्री विजय इंद्र सिंगला के खिलाफ संघर्ष की घोषणा की है।
प्रांतीय नेता दिग्विजय पाल शर्मा ने बताया कि शिक्षामंत्री एक बार फिर उनके साथ बैठक करने से बच रहे हैं। इससे उनके प्रति शिक्षकों में भारी रोष है। फ्रंट के नेताओं ने कहा कि इसके विरोध में 5 सितंबर शिक्षक दिवस पर संगरूर में विशाल धरना दिया जाएगा। राज्य स्तरीय विरोध रैली होगी।
शिक्षक नेताओं ने प्रदेश सरकार व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह पर आरोप लगाया कि वे छठे वेतन आयोग का नाम पर कर्मचारियों से धोखाधड़ी कर रहे हैं। उन्हें पहले से मिल रहे ग्रेड और भत्तों को भी घटा दिया गया है।
इससे पंजाब और केंद्र शासित प्रदेश के कर्मचारियों में भारी आक्रोश है। फ्रंट के नेताओं ने लंबे समय से चली आ रही उनकी समस्या के समाधान के लिए गुहार लगाई है।
दीपराजा, लुधियाना ने कहा कि राज्य के इस व्यवहार के कारण शिक्षकों को सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। शिक्षकों की पदोन्नति नहीं हो रही है। प्रदेश के विधायक खुद सरकारी खजाने को लूट रहे हैं।
कई तरह की पेंशन ले रहे हैं लेकिन कर्मचारियों को कुछ नहीं मिल रहा है।गरीब छात्रों की छात्रवृत्ति नहीं आ रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।