कुमार गौरव अजीतेन्दु
आज के समय में जब गेम्स, एप्स, रोबोट्स, ऑटोनोमस कार आदि के रूप में एडवांस्ड टेक्नोलॉजी का दखल हमारे जीवन में बढ़ता जा रहा है, वैसे में प्रोग्रामिंग के क्षेत्र में करियर बनाना आपका भविष्य निखार देगा। एंड्रॉयड डेवलपमेंट, इंस्टाग्राम, नेटफ्लिक्स तथा माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस सूट इत्यादि के इस्तेमाल में जावा, पाइथन, या सी प्लस प्लस जैसे प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
कंप्यूटर का सारा काम प्रोग्रामिंग के जरिए ही होता है। प्रोग्रामिंग या कोडिंग के द्वारा ही कंप्यूटर को बताया जाता है कि उसे क्या करना है? कोडिंग जानने वाले आसानी से वेबसाइट अथवा एप डेवलप कर सकते हैं। स्किल्ड नेशन की प्रतिबद्धता पूरी करने के लिए नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन यानी एनएसडीसी के ई-स्किल पोर्टल ने माइक्रोसॉफ्ट के साथ साझेदारी की है। इसके अंतर्गत अगले बारह महीने में एक लाख से अधिक युवाओं को डिजिटल स्किल्स में प्रशिक्षित किया जाएगा। माइक्रोसॉफ्ट लर्निंग रिसोर्स सेंटर, माइक्रोसॉफ्ट लर्न एवं ई-स्किल डिजिटल प्लेटफॉर्म की सहायता से युवा कहीं बैठे नि:शुल्क कस्टमाइज्ड लर्निंग रिसोर्स एवं कंटेंट प्राप्त कर सकेंगे। डिजिटल स्किलिंग अवेयरनेस ड्राइव (वेबीनार, वर्चुअल सेशन, ई-स्किलिंग इवेंट्स) चलाए जाएंगे।
कंप्यूटर लैंग्वेज क्या है?
वैसे तो किसी भी बैकग्राउंड, स्ट्रीम के युवा कोडिंग सीख सकते हैं लेकिन कंप्यूटर साइंस, वेब डेवलपमेंट, प्रोग्रामिंग, इंफॉर्मेशन सिस्टम आदि में ग्रेजुएशन करना और भी अच्छा रहता है। आगे बढ़ने के लिए आपकी सी, सी प्लस प्लस, जावा स्क्रिप्ट, एचटीएमएल, सीएसएस, पीएचपी, जावा, हेलो, पाइथन जैसे प्रोग्रामिंग लैंग्वेज पर पकड़ होनी चाहिए। प्रोग्रामिंग घर बैठे एप या ऑनलाइन सीखी जा सकती है।
कोडिंग एक्सपर्ट की बढ़ रही मांग
प्रोग्रामिंग की फील्ड में करिअर एक अलग अनुभव होता है। इसमें आपका अनुभव और अलग सोचने का तरीका बहुत मदद करता है। कोडिंग एक्सपर्टस की मांग इन दिनों हर सेक्टर में देखी जा रही है। विगत चार वर्षों में ही सात लाख से अधिक नौकरियों में कोडिंग स्किल्स की डिमांड रही है। प्रोग्रामिंग से संबंधित नौकरियां बारह फीसदी की दर से बढ़ रही है।
यहां बना सकते हैं भविष्य
आप इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी स्पेशलिस्ट, डाटा साइंटिस्ट, वेब-मोबाइल एप डेवलपर, बिजनेस इंटेलीजेंस एनालिस्ट, वेब डिजाइनर, कंप्यूटर नेटवर्क आर्किटेक्ट के तौर पर खुद को स्थापित कर सकते हैं, और तो और 2024 तक थ्री डी प्रिंटिंग एक्सपर्ट, क्वांटम मशीन लर्निंग एनालाइजेशन, एआई, मशीन लर्निंग बिजनेस डेवलपमेंट एवं ऑगमेंटेड रिएलिटी के क्षेत्र में अवसरों की बहुलता रहेगी। प्रोग्रामर्स की मांग टेक्नोलॉजी से जुड़ी कंपनियों के अलावा गैर-तकनीकी क्षेत्र में भी देखी जा रही हैं, जैसे-फाइनेंस, हेल्थकेयर, मैन्युफैक्चरिंग में इनके लिए अच्छे मौके बन चुके हैं।
अब तो नयी शिक्षा नीति में छठी से कोडिंग सिखाने का भी प्रस्ताव है ताकि युवाओं को बेहतर तरीके से भविष्य के लिए तैयार किया जा सके।