हिसार, 12 जुलाई (हप्र)
खेदड़ गांव स्थित राजीव गांधी थर्मल पावर प्लांट (आरजीटीपीपी) की राख को लेकर पिछले शुक्रवार को हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान मारे गए ग्रामीण धर्मपाल सहारण के शव को उसके परिजनों ने धरनास्थल पर डी-फ्रीज में रख दिया है और ऐलान किया है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती, शव का संस्कार नहीं करेंगे। धरनास्थल पर ही बुधवार को महापंचायत होगी और कमेटी ने चेतावनी दी है कि महापंचायत में कड़ा फैसला लिया जाएगा।
खेदड़ धरना कमेटी ने बताया कि मंगलवार सुबह मृतक धर्मपाल सहारण के बेटे संदीप को बरवाला थाना प्रभारी ने ने व्हाट्सअप पर नोटिस भेजा और कहा कि शव का पोस्टमार्टम अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में करवाया जा चुका है।
शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाएं अन्यथा प्रशासन शव का अंतिम संस्कार करवा देगा। इसके बाद खेदड़ धरना कमेटी और परिवार के लोग धर्मपाल के शव को धरनास्थल पर पर ले आए और उसको डी-फ्रीज में रख दिया। उन्होंने बताया कि धर्मपाल सहारण के पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के लिए उन्होंने अदालत में याचिका दायर की है।
यदि पोस्टमार्टम रिपोर्ट सही नहीं होगी तो वे गैर भाजपाई सरकार वाले प्रदेश में दोबारा पोस्टमार्टम करवाने की मांग भी रखेंगे।
‘महापंचायत में लेंगे कड़ा फैसला’
महापंचायत की तैयारियों को लेकर धरना कमेटी के सदस्यों ने पंचग्रामी के गांवों, भ्याण खाप के सभी के सभी गांव और राजली, पंघाल, खानपुर, सिंधड़, बधावड़, ढांढ, खरख पूनिया, ज्ञानपुरा, सरसाना, सोथा, पनिहारी, छान, बनभौरी, सरहेड़ा, खरकड़ा, मतलोडा, जुगलान आदि गांव में जनसंपर्क अभियान भी चलाया। भारतीय किसान यूनियन के युवा प्रदेशाध्यक्ष रवि आजाद ने बताया कि पिछले पांच दिनों में प्रशासन के साथ चार दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन सात मांगों में से एक पर भी सहमति नहीं बनी। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं हो जाती तब तक वे शव का दाह-संस्कार नहीं करेंगें। मांगों के बारे में उन्होंने बताया कि हत्या के आरोप में जेल में बंद चारों ग्रामीणों को रिहा किया जाए, 302 की एफआईआर को खारिज किया जाए, मृतक ग्रामीण के परिजनों को 25 लाख रुपये की आर्थिक मदद, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, थर्मल की राखी के मामले का समाधान आदि है।