जगाधरी, 10 सितंबर (निस)
कोरोना के चलते लागू लॉकडाउन के दौरान नियमों की अनदेखी कर खाद की बिक्री करने वाले खाद व्रिकेता सरकार के राडार पर आ गए हैं। जांच के बाद इनके खिलाफ कृषि विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
इन्होंने डीबीटी के तहत तय नियमों की उपेक्षा कर खाद की बिक्री है। वहीं अधिकारी इनके खिलाफ जल्दी ही कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं। डीबीटी के तहत सभी किसानों के आधार कार्ड लिंक हैं। डीबीटी स्कीम लागू होने के बाद खाद विक्रेता किसानों को पीओएस मशीन पर अंगूठा लगवा कर खाद देते हैं। लॉकडाउन के दौरान विक्रेताओं ने एक व्यक्ति के अंगूठे से ही कई-कई किसानों का खाद दे दिया। इसमें एक के निशान पर सैकड़ों बैग यूरिया तक दे दिया।
गडबड़ मिलने पर केंद्रीय कृषि मंत्रालय में पूरे देश में हर जिले से 20 टाप खाद डीलर्स की सूची तैयार कर संबंधित जिले के कृषि विभाग को जांच के लिए भेज दी। कृषि विभाग ने संबंधित किसानों से बात कर इसकी जांच की। जिले में 10 खाद डीलर्स द्वारा की गई नियमों की अनदेखी पकड़ में आ गई। इनमें कुछ पैक्स केंद्र भी शामिल बताए जा रहे हैं। इन्होंने लॉकडाउन के दौरान विक्रेताओं ने एक व्यक्ति के अंगूठे से ही कई-कई किसानों का खाद दे दिया।
डीलर्स पर की जा रही है कार्रवाई : डॉ. भान
कृषि विभाग के क्यूआईसी डॉ. बीएस भान ने बताया कि जांच में 10 डीलर्स सामने आए हैं। इन्हें नोटिस देकर जवाबतलबी की गई थी,लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिले। इनके लाइसेंस सस्पेंड किये जायेंगे। वैसे यह गड़बड़ कोरोना के डर के चलते सभी किसानों के बिक्री केंद्र पर नहीं आने से हुई है।