ट्रिन्यू/ एजेंसी
चंडीगढ़/ नयी दिल्ली, 7 मई
दिल्ली भाजपा के नेता तेजिंदर पाल बग्गा की गिरफ्तारी को लेकर पंजाब, हरियाणा और दिल्ली पुलिस के बीच शुक्रवार को हुए महाभारत के बाद शनिवार को इस मुद्दे पर अदालती और सियासी लड़ाई जारी रही। पंजाब और केंद्र सरकार के बीच राजनीति का मुद्दा बने बग्गा पर एक बार फिर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। शनिवार को मोहाली की एक अदालत ने बग्गा का गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया।
उधर, पंजाब सरकार ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में कहा कि केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस को भी इस मामले में पार्टी बनाया जाये। इसके साथ ही दिल्ली के जनकपुरी और हरियाणा के पिपली पुलिस थाने के वीडियो फुटेज को संरक्षित करने की भी मांग की गयी। पंजाब के एडवोकेट जनरल अनमोल रतन सिद्धू ने दावा किया कि बग्गा की गिरफ्तारी को लेकर जनकपुरी थाने को सूचित किया गया था, लेकिन उन्होंने सूचना रिकॉर्ड नहीं की। हाईकोर्ट में केस की अगली सुनवाई मंगलवार को होगी।
इस बीच, बग्गा के अपनी सुरक्षा को लेकर डर जताए जाने के बाद दिल्ली पुलिस ने कहा कि वह उनके लिए सुरक्षा के आवश्यक इंतजाम करेगी।
भाजपा का प्रदर्शन : भाजपा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और उन्हें ‘तानाशाह’ कहा। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने आरोप लगाया कि बग्गा की गिरफ्तारी से यह स्पष्ट हो गया है कि केजरीवाल ने निजी फायदे के लिए पंजाब पुलिस का ‘दुरुपयोग’ किया है।