विवेक शर्मा/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 27 मई
नगर निगम की बैठक की शुरुआत ही हंगामेदार रही। जैसे ही बैठक शुरू हुई सदन में आम आदमी पार्टी के नेता योगेश ढींगरा ने एजेंडा 72 घंटे पहले नहीं मिलने पर सवाल उठाए। इसको लेकर सदन काफी देर तक गरमाया रहा। इस दौरान आप पार्षद और भाजपा के पार्षदों में तीखी नोंकझोक भी हुई। ढींगरा का कहना था कि एजेंडा देरी से मिलने के कारण वो इसे अच्छे से नहीं पढ़ पाए, इसलिए बैठक एक सप्ताह बाद हो। इसके बाद निगम कमिश्नर आनंदिता मित्रा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वो पार्षदों को 72 घंटे पहले एजेंडा हर हालत में भेजें।
निगम के अधिकारियों के साथ संलग्न सरकारी स्टाफ कारों के पेट्रोल की सीमा बढ़ाने का एजेंडा पास नहीं हो सका। भाजपा पर्षद कंवर जीत राणा ने कहा कि पार्षद भी सारा दिन जनता का काम करते हैं। उनके वाहन पानी से नहीं चलते। उन्हें भी पेट्रोल के लिए राशि मिलनी चाहिए। इस पर कांग्रेस पार्षद गुरबख्श रावत ने भी सुर में सुर मिलाए। इसके बाद पूरे सदन ने कहा कि पहले उन्हें भी पेट्रोल खर्च मिले उसके बाद निगम के अधिकारियों की गाड़ियों की पेट्रोल सीमा बढ़ाई जाए। इस पर कमिश्नर ने कहा कि मामला सेक्रेटरी लोकल को भेज दिया जाएगा।
सदन में मकान या दुकान का निगम रिकार्ड में मालिकाना हक चेंज नहीं कराने पर रोजाना दस रुपए जुर्माना लगाए जाने पर पार्षदों ने विरोध किया। भाजपा पार्षद सौरभ जोशी ने कहा कि ज्यादातर लोगों को पता नहीं है निगम में मालिकाना हक बदलवाना होता है। कई महिलाओं को उनके पति की मौत के बाद टैक्स के नोटिस मिल रहे हैं, जो गलत है। इस पर सभी पार्षद एकमत दिखे। इसके बाद निगम कमिश्नर और मेयर सरबजीत कौर ने इस प्रस्ताव पर 6 महीने के लिए रोक लगा दी और जुर्माना दस रुपए से 10 पैसे प्रतिदिन कर दिया। इसके अलावा बैठक में सेक्टर-51 में चंडीगढ़ मास्टर प्लान 2031 के अनुसार वी-5 रोड पर फुटपाथ बनाने का भी प्रस्ताव आया। प्रस्ताव पर आप पार्षद योगेश ढींगरा ने कहा कि उनका पांच महीने पुराने एजेंडे का कुछ अतापता नहीं है। सदन में केवल भाजपा पार्षदों के काम हो रहे हैं। इस पर सदन भी गरमा गया। भाजपा और कांग्रेस पार्षदों ने कहा कि आप पार्षद जानबूझकर एजेंडा को पास नहीं होने देना चाहते। वे शहर के विकास में ब्रेक लगाना चाहते हैं। काफी बहस के बाद एजेंडे को पास कर दिया गया।
कांग्रेस पार्षद गुरबख्श रावत ने कहा कि जो एजेंडे पास हो जाते हैं, उसके बाद पार्षदों का पता नहीं चलता उनके काम का क्या हुआ।
पार्षदों ने कहा कि उनके लॉगिन बने, ताकि वो ट्रेक कर सकें कि उनकी फाइल किस अधिकारी के पास है। इस पर कमिश्नर ने कहा कि दस दिन के अंदर उनके लॉगिन तैयार कर पार्षदों को उनका एक्सेस दे दिया जाएगा।
पार्षदों को दी जाए ट्रेनिंग
भाजपा पार्षद कंवर जीत राणा ने कहा कि सदन में कई नये पार्षद आए हैं। उन्हें यहां की कार्यप्रणाली का अभी अच्छे से ज्ञान नहीं है। इसलिए दो दिवसीय ट्रेनिंग सेशन होना चाहिए।
इस पर कई पार्षदों ने सहमति जताई। राणा ने कहा कि कई बार पार्षदों को लगता है कि उनके काम जानबूझकर रोके जा रहे हैं, लेकिन सिस्टम का पता नहीं होने के कारण ऐसा होता है।
सदन में बिगड़े बोल
सदन में आप पार्षद जसवीर लाड्डी ने भाजपा के पूर्व पार्षद के बारे अपशब्द कहे। इस पर भाजपा और अकाली दल के पार्षदों ने आपत्ति जताई। सभी ने कहा कि सदन में भाषा की मर्यादा रखी जाए। आप पार्षद ने आरोप लगाया कि गांव फैदां में पानी के कनेक्शन इसलिए काटे गए हैं क्योंकि पिछले नगर निगम चुनाव में वहां से भाजपा उम्मीदवार हार गया था। इसीलिए उनके काम नहीं हो रहे। अपशब्द कहने पर अकाली दल के अध्यक्ष हरदीप सिंह ने कहा कि जसवीर सिंह को माफी मांगनी चाहिए। अकाली पार्षद हरदीप सिंह ने कहा कि जिस उम्मीदवार के लिए गलत शब्दावली का प्रयोग किया गया है, वह पूर्व मेयर हैं।
प्रॉपर्टी टैक्स का उठा मुद्दा
इसके बाद कांग्रेस पार्षद गुरप्रीत सिंह ने शहर की ईडब्ल्यूएस कालोनियों और गांव में लगाए गए हाउस और प्रापर्टी टैक्स का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि जब यह निर्णय हुआ था कि 55 गज से छोटे मकानों पर हाउस टैक्स नहीं लगना चाहिए तो फिर नगर निगम क्यों हाउस टैक्स के नोटिस इन लोगों को भेज रहा है। इस सवाल के जवाब में मेयर सरबजीत कौर ने कहा कि टैक्स में छूट देने के लिए चर्चा की जाएगी। नेबरहुड पार्कों का रखरखाव सही नहीं होने पर निगम में इसकी मेंटिनेंस का जिम्मा थर्ड पार्टी को देने का प्रस्ताव लाया गया। इसका सभी पार्षदों ने विरोध किया। पार्षदों ने कहा कि थर्ड पार्टी की बजाय आरडब्ल्यूए (रेजीडेंस वेलफेयर एसोसिएशन) को यह जिम्मा दिया जाए। सदन में निगम अधिकारियों ने बताया कि कई जगह आरडब्ल्यूए पार्कों का रखरखाव ठीक से नहीं कर रही है। इसलिए थर्ड पार्टी को यह जिम्मा दिया जाना चाहिए। सभी पार्षदों ने एकमत होकर इसका विरोध किया। अंत में तय हुआ कि पार्कों का रखरखाव उसे दिया जाएगा जिसकी सिफारिश वार्ड पार्षद करेगा। कमिश्नर ने कहा कि यदि काम ठीक नहीं होगा तो टेंडर रद्द कर दिया जाएगा।