चंडीगढ़, 4 मई (ट्रिन्यू)
हरियाणा में नगर निगमों के चुनाव कांग्रेस भी अब पार्टी सिम्बल पर लड़ेगी। नगर परिषद और नगर पालिका के चुनाव सिम्बल पर लड़े जाएंगे या नहीं, इसका फैसला पार्टी बैठक में होगा। इसी तरह से जिला परिषद के चुनावों को लेकर भी पार्टी चुनाव कार्यक्रम जारी होने के बाद निर्णय करेगी। पूर्व सीएम व विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बुधवार को चंडीगढ़ में मीडिया से बातचीत में यह ऐलान किया।
यहां बता दें कि इससे पहले तीन नगर निगमों – पंचकूला, अंबाला सिटी व सोनीपत के चुनाव भी कांग्रेस सिम्बल पर लड़ चुकी है। रेवाड़ी नगर परिषद में केवल चेयरमैन का चुनाव सिम्बल पर लड़ा गया था। यहां वार्ड पार्षदों के चुनाव सिम्बल पर नहीं लड़े गए थे। इस बाबत हुड्डा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि निगमों के चुनाव आगे भी सिम्बल पर ही लड़े जाएंगे। फरीदाबाद नगर निगम का कार्यकाल पूरा हो चुका है। इस साल के अंत तक गुरुग्राम निगम का भी कार्यकाल पूरा हो जाएगा।
मानेसर को प्रदेश का 11वां नगर निगम सरकार बना चुकी है। वहीं 50 के लगभग नगर परिषद और नगर पालिकाओं का कार्यकाल पूरा हुए 10 माह हो चुके हैं। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी निकायों के चुनाव शुरू से ही सिम्बल पर लड़ती आई है। गठबंधन सरकार में हुए तीन निगमों, रेवाड़ी नगर परिषद और तीन पालिकाओं – सांपला, धारूहेड़ा और उकलाना के चुनाव भाजपा-जजपा गठबंधन ने मिलकर लड़े थे। इनेलो भी निकायों के चुनाव सिम्बल पर लड़ने का ऐलान कर चुका है। वहीं पंजाब में जीत के बाद आम आदमी पार्टी ने भी हरियाणा में निकाय चुनाव सिम्बल पर लड़ने का ऐलान किया हुआ है।