गुरुग्राम, 3 मई (हप्र)
स्कूल में छात्र-छात्राओं की पिटाई के विवाद में दमदमा और अभयपुर ग्रामीणों की अपने-अपने गांवों में पंचायतें हुई। दमदमा पंचायत ने गांव के बच्चों को स्कूल न भेजने और एसीपी से आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर बुधवार को मिलने का फैसला लिया। वहीं, गांव अभयपुर में हुई पंचायत ने नकाबपोश आरोपियों को दमदमा पंचायत को सौंपने तथा विवाद को आपसी भाईचारे से निपटाने की पहल करने का फैसला सर्वसम्मति से लिया।
सुबह 9 बजे गांव दमदमा के राजकीय मिडल स्कूल परिसर में जगन सिंह की अध्यक्षता में स्थानीय ग्रामीणों की पंचायत हुई। पंचायत में ग्रामीणों ने स्कूल में हमले पर रोष जताया। वक्ताओं ने गांव के किसी भी बच्चे को अभयपुर के राजकीय सीनियर सैकेंडरी स्कूल में पढ़ने के लिए न भेजने तथा गांव के ही सामान्य बस स्टैंड पर सभी विद्यार्थियों को पेड़ के नीचे बैठाकर पढ़ाई करवाने की सलाह दी। ग्रामीणों की 20 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी बुधवार को सोहना एसीपी प्रवीण मलिक से मिलकर आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग करेगी।
विवाद को आपसी भाईचारे से निपटाने पर बल
अभयपुर के ग्रामीणों की पंचायत विवाद स्थल राजकीय सीनियर सैंकेडरी स्कूल परिसर में पूर्व सरपंच तेजपाल की अध्यक्षता में हुई। पंचायत में वक्ताओं ने गांव के नकाबपोश आरोपी युवकों के अभिभावकों से अपने बच्चों को पंचायत के समक्ष पेश करने तथा पडोसी गांव दमदमा के बच्चों से भविष्य में किसी प्रकार से झगड़ा न करने पर जोर दिया। इसके बाद उक्त विवाद को आपसी भाई चारे निपटाने पर बल दिया, ताकि विवाद को समाप्त कर पहले जैसे ही संबंध बहाल किए जा सकें।
”दोनों ही गांवों के ग्रामीणों ने सामाजिक स्तर पर मामले के बारे में विस्तार से चर्चा के लिए समय मांगा था। यदि सामाजिक स्तर पर इस विवाद का समाधान हो जाता है तो ठीक है, अन्यथा कानूनी रूप से आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी। फिलहाल क्लास टीचर की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गयी है।”
-जयसिंह, एसएचओ सोहना सदर थाना