नयी दिल्ली/चंडीगढ़, 19 सितंबर (एजेंसी)
पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने से पहले अमरेंद्र सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर हालिया राजनीतिक घटनाक्रमों को लेकर पीड़ा व्यक्त की और इस बात को लेकर चिंता जताई कि इन घटनाक्रमों से राज्य में अस्थिरता आ सकती है। सिंह ने सोनिया गांधी को पत्र लिखा और पद छोड़ने के फैसले से उन्हें अवगत कराया। उन्होंने कहा कि पिछले पांच महीनों के राजनीतिक घटनाक्रम पंजाब के राष्ट्रीय महत्व एवं इससे जुड़ी चिंताओं के पूरी तरह अनुकूल नहीं रहे हैं। पत्र में उन्होंने कहा, ‘व्यक्तिगत पीड़ा के इतर, मैं आशा करता हूं कि राज्य में बहुत मुश्किल से मिली शांति और विकास को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचे तथा सभी के लिए न्याय सुनिश्चित करने का वो प्रयास निर्बाध रूप से जारी रहे, जो मैं पिछले कुछ वर्षों से कर रहा था।’ अमरेंद्र सिंह ने अपने साढ़े चार साल के कार्यों पर संतोष जताया। उन्होंने कहा, ‘मैंने कई भू-राजनीतिक और आंतरिक सुरक्षा चिंताओं से प्रभावी ढंग से निपटने का प्रयास किया और किसी तरह का समझौता नहीं किया।’ सिंह ने कहा कि उन्हें खुशी है कि उनके मुख्यमंत्री रहते हुए राज्य में पूरी तरह शांति और सांप्रदायिक सौहार्द रहा तथा किसी के प्रति गलत इरादा नहीं रहा। उनके मुताबिक, पंजाब की जनता कांग्रेस की उन परिपक्व और प्रभावी लोक नीतियों को लेकर उसकी ओर देख रहे हैं, जो न सिर्फ अच्छी राजनीति में परिलक्षित होती हैं, बल्कि इस सीमावर्ती राज्य के आम लोगों की चिंताओं का निदान करती हैं। अमरेंद्र सिंह ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और कहा था कि विधायकों की बार-बार बैठक बुलाए जाने से उन्होंने अपमानित महसूस किया, जिसके बाद उन्होंने यह कदम उठाया।
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी ने कहा कि उन्होंने पंजाब की सीएम बनने से इनकार कर दिया है क्योंकि सिख बहुल इस राज्य का मुख्यमंत्री कोई सिख ही होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस की पंजाब इकाई में कोई टकराव नहीं है। पूछे जाने पर क्या उन्हें मुख्यमंत्री पद का प्रस्ताव दिया गया है तो सोनिया गांधी की करीबी मानी जाने वाली अंबिका ने कहा, ‘मैंने इनकार कर दिया है। मेरा 50 साल से मानना है कि पंजाब का मुख्यमंत्री कोई सिख होना चाहिए क्योंकि यह देश में एकमात्र राज्य है जहां सिख बहुसंख्यक हैं।’
क्या कांग्रेस सिद्धू के खिलाफ संज्ञान लेगी : भाजपा
कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के राष्ट्रविरोधी होने संबंधी राज्य के निवर्तमान मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह के आरोपों के मद्देनजर भाजपा ने कहा कि अमरिंदर ने जो मुद्दा उठाया है, उससे देश जूझ रहा है तथा कांग्रेस को बताना चाहिए कि क्या वह आरोपों का संज्ञान लेगी और कार्रवाई करेगी। भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रकाश जावड़ेकर ने अमरेंद्र के आरोपों को ‘अत्यधिक गंभीर’ बताया और सवाल किया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा इसके दो अन्य मुख्य नेताओं, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने चुप्पी क्यों साध रखी है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘मुख्यमंत्री द्वारा पार्टी के प्रदेश प्रमुख के खिलाफ इस तरह के अत्यधिक गंभीर आरोप लगाए गए हैं और कांग्रेस चुप है। इसका क्या मतलब है? हम मांग करते हैं कि कांग्रेस को बोलना चाहिए और अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।’ जावड़ेकर ने कहा, ‘हम पूछना चाहते हैं कि क्या कांग्रेस इस तरह के गंभीर आरोपों का संज्ञान लेगी और कार्रवाई करेगी।’