चंडीगढ़, 16 सितंबर (ट्रिन्यू)
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने आरोप लगाया कि प्रदेश की गठबंधन सरकार नारायणगढ़ शुगर मिल को बंद करने की साजिश रच रही है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को बर्बाद करने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती। उन्होंने कहा कि अगर शुगर मिल बंद हुई तो क्षेत्र के किसान बर्बाद हो जाएंगे।
बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ से जारी बयान में सैलजा ने प्रदेश के राइस मिलर्स की मांगों का समर्थन करते हुए सरकार से तुरंत उनकी मांगें मानने की मांग की।
उन्होंने कहा कि नारायणगढ़ मिल चलाने को लेकर सरकार की मंशा ठीक नहीं है। इस क्षेत्र के 7 हजार गन्ना उत्पादक किसानों के साथ-साथ मिल के 500 कर्मचारियों पर इसका प्रभाव पड़ेगा। कई महीने से वेतन न मिलने के कारण मिल के कर्मचारी हड़ताल पर हैं। शुगर मिल पर किसानों का 70 करोड़ का भुगतान बकाया है। अब मिल बंद करने की साजिश रची जा रही है।
राइस मिलर्स के लिए की राहत देने की मांग
सैलजा ने राइस मिलर्स का मुद्दा उठाते हुए कहा कि पहले सीएमआर का काम 25 प्रतिशत टुकड़ा, 3 प्रतिशत डैमेज, 3 प्रतिशत डिस्कलर और 15 प्रतिशत नमी के तहत होता था। लेकिन इस बार एफसीआई ने इसमें बदलाव करके इसे 20, 2, 2 और नमी को 14 प्रतिशत कर दिया है। सरकार का यह फैसला बर्दाश्त करने योग्य नहीं है। उन्होंने कहा कि इससे राइस मिलर्स को काफी नुकसान सहन करना पड़ेगा। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि सरकार राइस मिलर्स को राहत दे और जनवरी से पहले फिजिकल वेरिफिकेशन न हो, ऑनर लीज की गारंटी की शर्त हटाई जाए। मिलर्स की बकाया पेमेंट जल्द जारी की जाए। साथ ही पड़ोसी राज्यों की जीरी भी लेने दी जाए और बोनस जारी किया जाए।