अरविंद शर्मा / निस
जगाधरी, 13 सितंबर
भादों माह में इलाके में गुग्गा महाराज के मेले जगह-जगह लगते हैं। इन दिनों भी ये मेले लग रहे हैं,लेकिन इन मेलों पर कोरोना महामारी का असर देखने को मिल रहा है। वायरस के डर के मारे बहुत कम लोग ही इन मेलों में पहुंच रहे हैं। वहीं महामारी में काम मंदा होने से दुकानदार मायूस हैं।
इस माह में जगाधरी के सिविल लाइन, बूडि़या, दादुपुर, खदरी, नत्थनपुर, जैधर, अमादलपुर, इस्माइलपुर, मनभरवाला सहित दर्जनों जगहों में गुग्गा के मेले लगते हैं। आजकल ये मेले चल रहे हैं। दो दिनों तक चलने वाले इन मेलों श्रद्धालु मन्नत पूरी होने पर गुग्गा माड़ी पर प्रसाद व निशान चढ़ाते हैं। कढ़ी चावल व हलवे का प्रसाद वितरित किया जाता है। इन मेलों में कुश्ती दंगल के आयोजन, मिठाई, जनरल सामान आदि दुकानें व झूले आदि भी लगते हैं,लेकिन दो साल से मेलों की रोनक कोरोना महामारी के चलते बिल्कुल फीकी है। पहले भीड़ लगने वाले ये मेले में अब वीरान पड़े हुए हैं। श्रद्धालु विनय राणा, रजनीश कुमार, बलवींद्र सिंह, राजेश कुमार आदि ने बताया कि कोरोना के कारण गुग्गा माड़ी पर घर का एक व्यक्ति ही धोक मार रहा है। वहीं दुकानदार अमर सिंह, मोलूराम आदि का कहना है कि इन दिनों में मेलों से घर का खर्च निकाल जाता था,लेकिन अब महामारी से सारा ताना-बाना बिगड़ गया है। वायरस के चलते कुछ किया भी नहीं जा सकता। मेले न लगने से दंगलों में कुश्ती लड़ने वाले पहलवान भी परेशान हैं।