अम्बाला शहर, 29 अगस्त (हप्र)
प्रदेश स्तरीय वामन भगवान पूजा उत्सव परंपरागत रूप से धार्मिक विधि विधान, श्रद्धा व उल्लास के साथ संपन्न हो गया। इस दौरान न तो शोभायात्रा ही निकली और न ही दूसरे प्रदेशों से कलाकार ही अम्बाला आए। आज कोरोना महामारी के कारण लगाए गए अनेक प्रतिबंधों के बावजूद बैंड तो बज ही गया। कुछ बैंड वाले भगवान की हाजिरी भरने मंडी में पहुंचे और बैंड शुरू किया लेकिन प्रशासन के एतराज पर उन्हें ऐसा करने से मना कर दिया गया। लगातार 3 दिन तक चलने वाला पूजा उत्सव सांकेतिक रूप से एक ही दिन में संपन्न करवा लिया गया। जानकारों की माने तो करीब 100 साल पहले भी प्लेग फैलने के कारण मेले का आयोजन नहीं किया गया था लेकिन इसके बाद विभिन्न समय पर फैली महामारियों के बावजूद इसका आयोजन पिछले 135 साल से सनातन धर्म सभा धार्मिक रीति रिवाज से करती आई है।
इस बार कोरोना का काली छाया इस पूजा उत्सव पर पड़ी लेकिन इसे श्रद्धा से पूरा किया गया। आज सुबह पूजा पाठ के उपरांत भगवान के पांच हिंडोलों को मंदिरों से वाहनों पर लाकर पुरानी अनाज मंडी में सजाए गए भव्य पंडाल में रखा गया जहां श्रद्धालुओं ने दर्शन करके मन्नतें मांगी। इससे पहले सुबह विधिवत रूप से भूमि पूजन करके पंडाल लगाया गया था। शाम को सनातन धर्म सभा के प्रधान जीत राम अग्रवाल, सुरेश कुमार, वीरेंद्र अग्रवाल, विनोद गर्ग, बृज लाल सिंगला, रितेश गोयल, सेठ मदल लाल, मास्टर सुभाष, सुदेश जैन मिट्ठा आदि अनेक पदाधिकारियों व सदस्यों ने मंत्रोच्चारण के साथ भगवान की पूजा अर्चना करके नगर परिक्रमा व पवित्र नौरंगराय सरोवर की ओर रवाना किया। बाजारों से भगवान की पांच हिंडोलों में निकली सवारी के अनेक लोगों ने दर्शन किए।
विद्यार्थियों ने मनाया धूप दशमी का पर्व
अम्बाला (नस) : दिगंबर जैन समुदाय का महापर्व दस लक्षण के उपलक्ष्य में लॉर्ड महावीर जैन पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों और अध्यापिकाओं द्वारा धूप दशमी का पर्व बड़े ही उत्साह पूर्वक मनाया गया। इसमें विद्यार्थियों ने अपने नृत्य, भजनों की ऑनलाइन प्रस्तुति दी।