रोहतक, 5 सितंबर (हप्र)
सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने सभी कर्मचारियों की मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ आंदोलन का बिगुल बजा दिया है। आंदोलन का यह फैसला शनिवार को प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा की अध्यक्षता में स्थानीय कर्मचारी भवन स्थित प्रदेश मुख्यालय में आयोजित राज्य कार्यकारिणी की बैठक में लिया गया। आंदोलन के निर्णयानुसार 10 से 25 सितंबर तक सरकार की जनविरोधी एवं कर्मचारी व मजदूर विरोधी नीतियों के आम जनता एंव कर्मचारियों पर पड़ने वाले प्रभावों की जानकारी देने के लिए जन संपर्क अभियान चलाया जाएगा।
आंदोलन के अगले चरण में 29 सितंबर को सभी जिला मुख्यालयों पर सामूहिक धरने प्रदर्शन किए जाएंगे। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के महासचिव सतीश सेठी द्वारा संचालित इस बैठक में संघ से संबंधित विभागीय यूनियन एवं एसोसिएशन के राज्य प्रधान व महासचिव एवं संघ की केंद्रीय कमेटी के पदाधिकारी एवं सदस्य और सभी जिलों के प्रधान एवं सचिव ने भाग लिया और उपरोक्त आंदोलन के प्रस्ताव का समर्थन किया। सुभाष लांबा ने बताया कि बैठक में आंदोलन को रोकने के लिए पंचकूला में आशा वर्करों, सीटू व सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के पदाधिकारी के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करने और पीटीआई को गिरफ्तार करने की घोर निन्दा की और दो टूक शब्दों में सरकार को चेतावनी दी कि मुकदमे दर्ज करके गिरफ्तारी करके आंदोलन को सरकार रोक नही पाएंगी।
बर्खास्त पीटीआई हों बहाल
सुभाष लांबा, महासचिव सतीश सेठी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेश शास्त्री, उप महासचिव सबिता मलिक, मुख्य संगठन सचिव धर्मबीर फौगाट, कोषाध्यक्ष राजेंद्र सिंह बाटू व प्रेस प्रवक्ता इंद्र सिंह बधाना ने बताया कि राज्य कार्यकारिणी की बैठक में 23 अगस्त को पीटीआई भर्ती के लिए आयोजित परीक्षा का पेपर लीक होने की हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच कराने, परीक्षा को बिना देरी के रद्द करने व बर्खास्त पीटीआई की सेवाएं बहाल करने की मांग की गई।