मदन गुप्ता सपाटू
कोरोना महामारी का यह मुश्किल वक्त कई लोगों की मानसिक सेहत पर भी असर डाल रहा है। पिछले कुछ महीनों में अवसाद और यहां तक कि आत्महत्या के मामले बढ़ने की खबरें आ रही हैं। अवसाद मनःस्थिति से उपजा विकार है। मन मजबूत होगा, तो तनाव झेलने का बल भी मिलेगा।
ज्योतिष के नजरिये से देखें तो चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है। जिस जातक का चंद्रमा कमजोर है, उसे मानसिक समस्याएं रह सकती हैं। कुंडली में चंद्रमा और राहु का प्रभाव होने पर व्यक्ति मानसिक रूप से अत्यधिक कमजोर होता है और यदि यह योग अष्टम भाव में हो और इन ग्रहों पर अन्य पापी ग्रहों का प्रभाव भी हो तो समस्या ज्यादा बढ़ती है। अष्टम भाव में बुध ग्रह की अन्य पापी ग्रहों के साथ युति होने पर भी ऐसी ही स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
वहीं, सूर्य की शुभ स्थिति आत्महत्या की ओर उन्मुख होने से व्यक्ति को रोकती है। सूर्य आत्मा कारक ग्रह है, जिन भी जातकों की कुंडली में यह शुभ और मजबूत होता है, वह आत्मिक रूप से काफी सशक्त होते हैं। ऐसे लोग अपनी बातों से दूसरों को भी ऊर्जा दे सकते हैं।
समस्या है तो उपाय भी हैं
मानसिक स्थिति अच्छी करने के लिए ये उपाय कारगर माने जाते हैं…
- चांदी के बर्तन में खाना खाएं, चांदी के गिलास में पानी या दूध पिएं।
- सफेद बेड शीट, तकिया तथा सफेद कपड़ों का उपयोग अधिक करें। काले, गहरे नीले तथा डार्क ग्रे रगों के परिधान न पहनें।
- हर रात बेड के नीचे या किनारे तांबे की गड़वी में जल भर कर रखें। सुबह उठते ही उसमें अपनी परछाई देखें फिर तुलसी या किसी हरे पौधे में जल डाल दें।
- मानसिक तनाव से दूर रहने का प्रयास करें। स्वयं को अकेले में न रखें। यदि माता-पिता से दूर हैं तो उनसे बातचीत करते रहें। दोस्तों और रिश्तेदारों से संपर्क बनाएं रखें।
- पेंटिंग करें, कुकिंग करें, किताबें पढ़ें। बच्चों के साथ खेलें। उनके साथ अपने अनुभव शेयर करें।
- सबसे जरूरी है सकारात्मक सोच पैदा करना। इसके जरिये मन के भटकाव को रोका जा सकता है। अच्छी सोच विकसित करने के साथ-साथ हमें पूजा, ध्यान आदि पर भी केंद्रित होना पड़ेगा।