नयी दिल्ली, 14 अगस्त (ट्रिन्यू)
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने शुक्रवार को सशस्त्र बल के जवानों और अर्धसैनिक बलों के लिए 84 पुरस्कार को मंजूरी दी है। पुरस्कारों में एक कीर्ति चक्र, 4 शौर्य चक्र, 5 बार टू सेना मेडल (वीरता), 60 सेना मेडल (वीरता), 4 नौसेना मेडल (वीरता) और 5 वायुसेना मेडल (वीरता) शामिल हैं। हालांकि, इनमें गलवान में 15 जून को भारत-चीन सीमा पर चीन के जवानों के साथ हुए संघर्ष में शामिल भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के किसी जवान का नाम नहीं है। एलएसी पर आईटीबीपी सेना के साथ तैनात थी। आईटीबीपी ने कहा कि उसने मई-जून में चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़पों के दौरान अपनी कार्रवाई के लिए 21 जवानों के नामों की सिफारिश वीरता पुरस्कारों के लिए की थी। आईटीबीपी के एक प्रवक्ता ने कहा कि आईटीबीपी के जवानों ने एलएसी पर न केवल खुद की सुरक्षा की, बल्कि चीनी सेना के जवानों को भी करारा जवाब दिया और स्थिति को अपने नियंत्रण में रखा। उन्होंने कहा कि आईटीबीपी के जवानों ने कंधे से कंधा मिलाकर चीनी सैनिकों का सामना किया।
राष्ट्रपति ने विभिन्न सैन्य अभियानों में महत्वपूर्ण योगदान के लिए सेना के जवानों को 19 मेंशन-इन-डिस्पैच की घोषणा की। इनमें 8 मरणोपरांत पुरस्कार उन जवानों के लिए हैं, जो सियाचिन में ऑपरेशन मेघदूत और जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन रक्षक शामिल रहे थे।
4 रक्षा कर्मियों को शौर्य चक्र
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर रक्षा कर्मियों के लिए शौर्य चक्र सहित विभिन्न वीरता पुरस्कारों को मंजूरी दी। जम्मू कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए थलसेना को 3 शौर्य चक्र मिले हैं। इसके अलावा भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर विशाख नायर को भी शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है। थलसेना के ले. कर्नल कृष्ण सिंह रावत, मेजर अनिल उर्स और हवलदार आलोक कुमार दुबे को शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। सेना के 31 जवानों को सेना (वीरता) पदक से सम्मानित किया गया है।
शहीद पुलिस निरीक्षक मोहन चंद को 7वीं बार वीरता पदक
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 2008 में बटला हाउस मुठभेड़ में शहीद हुए दिल्ली पुलिस के निरीक्षक मोहन चंद शर्मा को मरणोपरांत 7वीं बार वीरता पदक दिया गया है। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर केंद्र सरकार ने वीरता पुरस्कारों की घोषणा की है। राज्य एवं केंद्रीय पुलिस बलों को वीरता, विशिष्ट सेवा और मेधावी सेवाओं के लिये कुल 926 पदक दिये गये हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस को 23 वीरता पदक दिये गये हैं। हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय पुलिस अकादमी के निदेशक और भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी अतुल करवाल को दूसरी बार वीरता पदक दिया गया है। बीएसएफ के कमांडेंट विनय प्रसाद को मरणोपरांत बहादुरी पदक दिया गया है।