वाशिंगटन, 31 जुलाई (एपी)
अमेरिकी कांग्रेस ने यूएसएस इंडियानापोलिस पोत के चालकदल के जीवित सदस्यों को कांग्रेसनल गोल्ड मेडल से सम्मानित किया है। यह कांग्रेस का सबसे बड़ा सम्मान है। इस पोत ने पहले परमाणु बम के प्रमुख हिस्सों को पहुंचाने का काम किया था जिसे बाद में जापान ने द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान डूबा दिया था। इस पोत पर 1,195 जवान सवार थे और इसने संवर्धित यूरेनियम और परमाणु बम ‘लिट्ल बॉय’ के हिस्से को पहुंचाया था, जिसे जापान के हिरोशिमा के ऊपर गिराया गया था। गुप्त मिशन पूरा करने के 4 ही दिन बाद 30 जुलाई, 1945 को जापानी टारपीडो ने इसे डूबा दिया। उस वक्त पोत फिलिपीन समुद्र में था।
879 की हुई थी मौत, 316 लोगों को जिंदा बचाया
पोत डूबने के करीब 5 दिन बाद समुद्र से 316 लोगों को जिंदा बचा लिया गया। मृतकों की संख्या 879 थी जो कि अमेरिका नौसेना के इतिहास में समुद्र में सबसे बड़ी दर्दनाक घटना थी। जीवित बचे लोग कुछ जीवनरक्षक नौकाओं के सहारे समुद्र में थे और उनके पास खाने और पीने के लिए कुछ नहीं था। वे शार्क के हमले, गहरे जख्मों और शरीर में पानी की कमी की परेशानी से जूझ रहे थे। गोल्ड मेडल पोत के जीवित और मृत सभी चालक दल के सदस्यों को दिया गया है और इसे इंडियानापोलिस में युद्ध स्मारक संग्राहलय में रखा जाएगा।