पंचकूला, 28 जुलाई (ट्रिन्यू)
शिक्षा मंत्री व महानिदेशक सकेंडरी द्वारा कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान न करने के विरोध में हरियाणा एजुकेशन मिनिस्टीरियल स्टाफ एसोसिएशन (हेमसा) ने संघर्ष की रणनीति बनाने के लिए 31 जुलाई को कर्मचारी भवन रोहतक में बैठक बुलाई है। हेमसा कोर कमेटी के सदस्यों शर्मिला हुड्डा, सतीश सेठी, संदीप सांगवान, कमलजीत बख्तूआ व हितेंद्र सिहाग ने कहा कि संगठन ने विभाग के मंत्री, एसीएस व महानिदेशक को पत्र लिखकर विद्यालयों व फील्ड कार्यलयों में काम करने वाले मिनिस्टीरियल स्टाफ की समस्याओं का समाधान करने की कई बार अपील की। महानिदेशक से न तो बैठक के लिए समय मिला और न ही किसी समस्या का समाधान हुआ। कोर कमेटी सदस्यों ने बताया कि विभाग के कामकाज को ऑनलाइन सिस्टम से निपटाने में शिक्षा सदन का मुख्यालय पिछले 5 साल से फील्ड मिनिस्टीरियल स्टाफ की वरिष्ठता सूची को अपडेट नहीं कर सका है। सहायक, आंकड़ा सहायक, उप अधीक्षक व अधीक्षक के सैंकड़ों पद खाली है परंतु पदोन्नति नहीं की जा रही है। पात्र कर्मचारी इंतज़ार में रिटायर होते जा रहे हैं। वर्कलोड अनुसार नए पद मंजूर नहीं किए जा रहे। 1966 में प्रदेश के गठन के समय फील्ड में मिनिस्टीरियल स्टाफ के जितने पद थे वे 54 साल में बढ़ने की बजाए लगातार कम होते जा रहे हैं।
सरकार पेपरलेस कार्यालय के नाम पर मिनिस्टीरियल स्टाफ के केडर को खत्म करने पर लगी है।