राजीव तनेजा/ हप्र
चंडीगढ़, 26 अगस्त
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित की चिट्ठी पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वह धमकियों के आगे झुकने वाले नहीं हैं, वह पंजाब के हितों की रक्षा के लिए कोई समझौता नहीं करेंगे। मान ने कहा कि उनकी सरकार विकास और कल्याणकारी योजनाएं लागू करने के लिए काम कर रही है, जबकि राज्यपाल ऐसे पत्रों के माध्यम से अपने वरिष्ठों को खुश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने यह आरोप भी लगाया कि राज्यपाल सत्ता की बागडोर अपने हाथ में लेने के लिए साजिश रच रहे हैं। उन्होंने राज्यपाल को राजस्थान के विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाने की सलाह भी दी।
राज्य में नशे और कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सवाल उठाते हुए राज्यपाल ने शुक्रवार को भेजी चिट्ठी में मान सरकार को चेतावनी दी थी कि अगर उनके पत्रों का जवाब नहीं दिया गया तो वह अनुच्छेद 356 के तहत राष्ट्रपति को रिपोर्ट भेज सकते हैं और आपराधिक कार्यवाही भी शुरू कर सकते हैं। इस पर सीएम मान ने शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में आंकड़ों के साथ प्रतिक्रिया दी।
सीएम ने कहा कि उनकी सरकार ने नशों के खिलाफ युद्ध छेड़ रखा है। अब तक 23,518 ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, 17,623 एफआईआर दर्ज की गई हैं, 1627 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई है, तस्करों से 13.29 करोड़ रुपये बरामद किए गए हैं और 66 ड्रग तस्करों की संपत्ति जब्त की गई है। कानून-व्यवस्था पर उन्होंने कहा कि एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन किया गया है और 753 खतरनाक गैंगस्टरों को गिरफ्तार कर बड़ी मात्रा में हथियार जब्त किए गए हैं। सीएम ने राज्य के अनुकूल माहौल का हवाला देते हुए कहा कि मार्च, 2022 से अब तक पंजाब में 50871 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है और 3420 परियोजनाएं स्वीकृत की गयी हैं। राज्य में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के रिकॉर्ड 2.70 लाख पंजीकरण हुए हैं और पंजाब को उत्तर भारत में पहला स्थान मिला है और ये आंकड़े केंद्र द्वारा राज्यसभा में भी पेश किए गए हैं।
केंद्र पर निशाना
सीएम मान ने कहा, ‘राज्यपाल ने धारा 356 के अंतर्गत पंजाब में राष्ट्रपति शासन लागू करने की धमकी दी है। धारा 356 के दुरुपयोग की क्षति पंजाब को ही सबसे अधिक भुगतनी पड़ी है। बड़े दुख की बात है कि बीते समय में केंद्र सरकारों की मनमानी और जुल्म को पंजाब ने अपनी पीठ पर भोगा है और अब एक बार फिर केंद्र ने राज्यपाल के द्वारा यहां लोकतांत्रिक नैतिक मूल्यों को दरकिनार करने की कोशिश की है।’
‘मैंने चिट्ठियों का जवाब दिया, गवर्नर ने राेके विधेयक’
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें राज्यपाल की अब तक 16 चिट्ठियां प्राप्त हुई हैं, जिनमें से 9 का जवाब वह दे चुके हैं और बाकी का जवाब जल्दी देंगे। मान ने कहा कि उनकी सरकार ने राज्य के हित में पिछले डेढ़ साल में 6 बिल विधानसभा में पास किए हैं, परन्तु राज्यपाल ने इन्हें पास करने के बजाय ठंडे बस्ते में डाला हुआ है।