रोहतक, 6 सितंबर (निस)
पुलिस को अब एक सप्ताह के अंदर शिकायतों को निपटारा करना होगा और लोगों से इस बारे में फीड बैक भी लिया जाएगा। रोहतक व गुरुग्राम में पुलिस सेफ सिटी के नाम से पायलट प्रोजेक्ट भी शुरु करेगी। इस प्रोजेक्ट के तहत महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक संगठित प्रयास किया जायेगा, जिसमें उन्हें पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सुरक्षित आवागमन और शिक्षण संस्थानों व कार्यस्थल पर सुरक्षित माहौल उपलब्ध करवाया जाएगा।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शुत्रजीत कपूर बुधवार को रोहतक पहुंचे और रेंज के पुलिस के आलाधिकारियों के साथ बैठक की। पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग की प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा देना और क़ानून-व्यवस्था को बनाये रखना है। उनका मुख्य लक्ष्य महिला सुरक्षा रहेगा। इसके लिए रोहतक और गुरुग्राम में महिलाओं के लिए सेफ सिटी का प्रोजेक्ट चलाया जाएगा। इस प्रोजेक्ट में महिलाओं को सुरक्षित पब्लिक ट्रांसपोर्ट देने का बंदोबस्त किया जाएगा, ताकि महिलायें जब अपने शिक्षण संस्थान या कार्यस्थल पर जायें तो उन्हें अपनी सुरक्षा को लेकर कोई शंका न हो। इसके लिए पुलिस प्रशासन कैब यूनियन, ऑटो यूनियन व पब्लिक ट्रांसपोर्टर से तालमेल करके महिलाओं को सुरक्षित ट्रांसपोर्ट उपलब्ध करवायेगा।
इसके साथ-साथ शिक्षण संस्थानों के बाहर सुरक्षा के मद्देनजऱ सीसीटीवी कैमरा और सुरक्षा गार्ड की तैनाती भी सुनिश्चित की जाएगी। संवेदनशील जगहों पर पुलिस पेट्रोलिंग भी बढ़ाई जाएगी। जिन स्थानों पर युवा व असामाजिक तत्व झुंड बना कर खड़े रहते है उन स्थानों को चिन्हित करके वहाँ पर पुलिस पेट्रोलिंग की जाएगी, छेड़-छाड़ के मामलों पर एफ़आईआर दर्ज करके तुरंत कार्यवाही भी की जायेगी। दोनों शहरों में सेफ सिटी का कॉन्सेप्ट सफल होने पर इस मॉडल को पूरे राज्य में लागू किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्र में भी महिलाओं की सुरक्षा के लिए संवेदनशील जगहों को चिन्हित करके वहाँ पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाई जाएगी।
डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने कहा कि कानून व्यवस्था की समस्या से निपटने के लिए हर जिले में दो-दो पुलिस टुकड़ियां तैयार की जा रहीं है। ये टुकड़ियां आधुनिक उपकरणों व हथियारों से लैस रहेंगी और हर हफ़्ते इनका प्रशिक्षण करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस फ़ोर्स की कैपेसिटी बिल्डिंग के बाद आपात स्थिति से निपटने में हमारी बाहरी फ़ोर्स पर निर्भरता काफ़ी कम हो जायेगी। आपराधिक मामलों से निपटने के लिए पुलिस फ़ोर्स व एसटीएफ को और मजबूत किया जाएगा और कोर्ट में कन्विक्शन रेट को बढ़ाने के हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
नशे से निपटने के लिए विभाग द्वारा ग्रामीण स्तर पर ग्राम प्रहरी और वार्ड स्तर पर वार्ड प्रहरी बनाये गए है। साइबर अपराधों से निपटने के लिए पुलिस विभाग ने विशेष डेस्क बनाई हुई है। विभाग बैंक और टेलीकॉम कंपनियों के साथ तालमेल करके साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर रोहतक रेंज के एडीजीपी केके राव, एसपी रोहतक हिमांशु गर्ग, एसपी दादरी निकिता गहलोत, एसपी झज्जर डॉ अर्पित जैन, एसपी भिवानी वरुण सिंगला समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।
अपने गुरु रामधारी खोखर को किया फोन
रोहतक (हप्र) : डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने बुधवार को अपने गुरु मास्टर रामधारी खोखर को याद किया और शाम 5 बजकर 20 मिनट पर मोबाइल फोन पर कॉल कर उनना हालचाल पूछा। शत्रुजीत कपूर का बचपन रोहतक में ही बीता है। पिता हरियाणा सरकार के एक विभाग में अधिकारी थे। तब परिवार सहित ओल्ड हाउसिंग बोर्ड में रहते थे। रोहतक में दिनभर अधिकारियों के साथ बैठकों में व्यस्त रहने बाद जब उन्हें फुर्सत मिली उन्होंने मोबाइल फोन पर कॉल कर गुरु मास्टर रामधारी खोखर का हालचाल पूछकर स्वस्थ रहने और लंबी उम्र की कामना की। मास्टर रामधारी की उम्र 90 वर्ष है और वे भरत कॉलोनी में रह रहे हैं। मूलरूप से कंसाला गांव निवासी मास्टर रामधारी, जाट हाई स्कूल रोहतक में अध्यापक रहे हैं। 40 वर्ष से भी अधिक समय तक अध्यापन किया। शत्रुजीत कपूर ने वर्ष 1992 में जाट हाई स्कूल से दसवीं की परीक्षा पास की थी।