चंडीगढ़, 10 सितंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा सरकार की ओर से विधानसभा के मानसून सत्र में प्रथम व द्वितीय श्रेणी के अनुसूचित जाति के अधिकारियों को पदोन्नति में 20 प्रतिशत आरक्षण देने के फैसले से अजा समाज के संगठन, अधिकारी और बुद्धिजीवी काफी उत्साहित हैं। अनुसूचित जाित समाज के कल्याण के लिए काम कर रहे संगठन इस मांग के लिए पिछले कई वर्षों से लड़ाई लड़ रहे थे, लेकिन उनकी मांग मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पूरी की है। मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रथम व द्वितीय श्रेणी के अजा अधिकारियों को पदोन्नति में आरक्षण देने के फैसले को लागू करने के लिए तेजी से काम हो। वहीं सभी विभागाध्यक्षों से यह रिपोर्ट मांग ली गई है कि उनके विभाग में कितने अधिकारी काम कर रहे हैं और कितनों का प्रमोशन में आरक्षण बनता है, ताकि उन्हें लाभान्वित किया जा सके। मुख्यमंत्री के इस फैसले पर अजा समाज के प्रतिनिधियों व अजा संगठनों ने राय जाहिर की है, जो इस प्रकार है।
अनुसूचित जाति, जनजाति संगठनों के अखिल भारतीय परिसंघ के अध्यक्ष राजेंद्र कुमार जोगपाल ने कहा कि हम प्रथम व द्वितीय श्रेणी के अजा अधिकारियों को प्रमोशन में आरक्षण दिलाने की लड़ाई 1997 से लड़ रहे हैं। हमारी किसी ने नहीं सुनी, लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रमोशन में अजा को 20 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया है। इससे हमारे समाज के वंचित अधिकारियों व कर्मचारियों को लाभ मिलेगा। सरकार का यह फैसला बहुत ही राहत देने वाला है।
आल इंडिया काॅन्फेडरेशन आफ एससी-एसटी एसोसिएशन की कार्यकारी प्रधान एवं एसोसिएट प्रोफेसर निशा बुराक ने कहा कि प्रमोशन में आरक्षण का फैसला ऐतिहासिक है। यह घोषणा अनुसूचित जाति के अधिकारियों को समाज में उचित मान सम्मान दिलाएगी और उनकी कार्यक्षमता को देश, प्रदेश व समाज के हित में भरपूर उपयोग करने में मददगार साबित होगी। वहीं हरियाणा अनुसूचित जाति राजकीय अध्यापक संघ, झज्जर के प्रधान विजय सिंह ने कहा कि हरियाणा बनने के बाद से प्रथम व द्वितीय श्रेणी के अजा अधिकारियों की पदोन्नति में आरक्षण की कोई व्यवस्था नहीं थी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस मांग को पूरा कर अनुसूचित जाति समाज के लोगों पर बड़ा उपकार किया है।
यह कहा संगठनों ने
रेवाड़ी के गांव खरकड़ा के निवासी विजय कुमार ने कहा कि प्रमोशन में आरक्षण से अजा समाज का मान सम्मान बढ़ा है। डा. अंबेडकर मिशनरीज विद्यार्थी एसोसिएशन, हरियाणा के प्रधान विक्रम सिंह डमोलिया ने कहा कि अनुसूचित जाति के हजारों लोगों को सरकार के फैसले का लाभ मिलेगा। पंजाब में यह व्यवस्था थी, लेकिन हरियाणा में बरसों से नहीं थी। झज्जर में शिक्षा विभाग के प्राध्यापक सुरेंद्र कुमार ने कहा कि प्रमोशन में आरक्षण के फैसले का बेहतरीन रिजल्ट आएगा। वंचित समाज को समाज की मुख्यधारा में लौटने में मदद मिलेगी। झज्जर में बीड चूचकवास के सरपंच अभिमन्यु ने कहा कि फैसले से भाजपा के दोबारा सत्ता में आने का रास्ता साफ हो गया है। वहीं झज्जर के छूछकवास के सरपंच महेंद्र सिंह ने कहा कि प्रमोशन में 20 प्रतिशत आरक्षण के फैसले से अजा समाज के लोग बहुत खुश हैं। सरकार के इस फैसले से अजा समाज के लोग साल 2024 में भाजपा के साथ खड़े नजर आएंगे। मनोहर लाल के अलावा किसी भी मुख्यमंत्री ने अजा समाज के वंचित लोगों को चिंता नहीं की थी। वहीं रोहतक में रिटायर्ड प्राचार्य रमेश कुमार ने कहा कि हरियाणा सरकार ने प्रमोशन में आरक्षण का फैसला लेकर बहुत बड़ा काम किया है। वहीं रोहतक के गांव लाहली में सरपंच कश्मीरी ने कहा कि महिलाओं को पंचायतों में मिले 50 प्रतिशत आरक्षण के लाभ से वह सरपंच बनी। अब क्लास वन व टू के अजा अफसरों को प्रमोशन में आरक्षण का लाभ मुख्यमंत्री ने दिया है।