हिसार, 13 सितंबर (हप्र)
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय महासचिव, छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा ने बुधवार को हिसार स्थित अपने आवास पर कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और पत्रकारों से बातचीत में पहली बार उकलाना विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की इच्छा जताते हुए प्रदेश की राजनीति में अपनी सक्रियता के संकेत दिए। वहीं पर्यवेक्षक के समक्ष हुई नारेबाजी को उन्होंने जायज बताया और कहा कि यदि पर्यवेक्षक एक पक्ष को सुनेंगे तो कार्यकर्ताओं में रोष आना स्वाभाविक है। साथ ही कहा कि उन्होंने इस बारे में पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष से बात की है और पूरी रिपोर्ट उनको सौंपी है लेकिन इस बारे में वह ज्यादा बात नहीं कर सकती।
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कुमारी सैलजा ने कहा कि विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला हाईकमान को करना है। इस अवसर पर पूर्व सांसद चरणजीत सिंह रोड़ी, पूर्व मंत्री अत्तर सिंह सैनी, टैक्स ट्रिब्यूनल के पूर्व न्यायिक सदस्य एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हरपाल बूरा, बलवान सिंह दौलतपुरिया, लाल बहादुर खोवाल, डॉ. अजय चौधरी, जगन्नाथ आदि उपस्थित थे।
आपस में भिड़ाये जा रहे कार्यकर्ता
सैलजा ने कहा कि हाईकमान ने संगठन बनाने के सख्त आदेश दिए हैं लेकिन कार्यकर्ताओं को आपस में भिड़ाया जा रहा है। पर्यवेक्षक और प्रभारी जिस तरह से बात करते हैं, एक का पक्ष लिया जा रहा है। इसलिए कार्यकर्ताओं का नाराज होना स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि हमारे हरियाणा प्रभारी ने बाहर से जो पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं, वो भी एक तरफा बातें करते हैं। मैं खुद भी छत्तीसगढ़ की प्रभारी हूं। हमने भी काम किया है, लेकिन हरियाणा में जो काम हो रहा है, वैसा हमने कभी नहीं देखा।