आलोक पुराणिक
जिंदगी इस कदर एप्पलमयी हो जायेगी, सोचा ना था। डाक्टरों ने कहा है-’एन एप्पल ए डे, कीप्स डाक्टर अवे’ यानी रोज एक एप्पल डाक्टर को दूर रखता है। पर यहां रोज एक एप्पल का मामला नहीं है। कई-कई एप्पल रोज जिंदगी में एप्पलबाजी मचाये हुए हैं। एप्पल फोन, एप्पल लैपटाप, एप्पल घड़ी अब पासिबल है कि एप्पल का एप्पल , एप्पल का धनिया, एप्पल की मिर्च-सब कुछ उपलब्ध हो जायेगा। एक एप्पल का मसला नहीं है। एक एप्पल के आगे दो एप्पल आइटम और दो एप्पल आइटम पीछे होंगे।
इतने एप्पल, कितने एप्पल ,एप्पल ही एप्पल ही सब तरफ। बतौर कंपनी एप्पल इतनी बड़ी कंपनी है कि पाकिस्तान जैसे दस देशों की अर्थव्यवस्थाएं एप्पल में समा जायें। कुल मिलाकर एप्पल फोन ऐसा एप्पल है जो हर कोई अफोर्ड ना कर सकता। यही इसकी कामयाबी का एक राज भी है। सबकी पहुंच में जो आ जाये, वो ना बड़ा नेता होता, ना बड़ा ब्रांड होता। बड़ा नेता भी सिर्फ फोटू में दिख पाता है आम आदमी को। ऐसे ही बड़ा ब्रांड भी सिर्फ फोटू में ही दिख पाता है आम आदमी को। पर नेता और एप्पल फोन में इतनी समानता के बावजूद बहुत फर्क भी है। एप्पल फोन पऱफारमेंस के मामले में निराश ना करता, यह बात हर नेता के बारे में नहीं कही जा सकती है।
एप्पल की तुलना एक तरह से मुगल वंश से भी की जा सकती है, मुगल वंश में करीब बीस बादशाह हुए थे। एप्पल भी अब एप्पल 15 तक पहुंच गया है। पर मुगल वंश और एप्पल में एक फर्क यह है कि बाद वाले मुगल बादशाह बहुत कमजोर टाइप के बादशाह थे, पर बाद के एप्पल फोन तो लगातार बेहतर होते जा रहे हैं। एप्पल टू के मुकाबले एप्पल 15 बहुत पावरफुल है। मूल एप्पल तो अमेरिकन एप्पल है, पर अब चाइनीज एप्पल भी बाजार में आ गया है।
चीन की कई कंपनियां स्मार्टफोन बनाती हैं, जो अपने स्मार्टफोन को चाइनीज एप्पल कहती हैं। पर चाईनीज एप्पल तो चाईनीज ही होता है। यूं अमेरिकन एप्पल के भी कई पुरजे चीन में बनते हैं, पर इससे अमेरिकन एप्पल चाइनीज ना हो जाता। यूं तो कई एप्पल फोन अब इंडिया में भी बन रहे हैं, पर इससे भी एप्पल फोन इंडियन ना हो जाता है। अमेरिकन खटका और जलवा एप्पल की मूल पहचान है। इस दुनिया में अमेरिकन होना ही अपने आप में बड़ी बात है, यह बात सिर्फ अमेरिका वाले नहीं कहते। इंडियन आईआईटी के कई इंजीनियर पढ़ लिखकर सब अमेरिका जाने के चक्कर में रहते हैं। दुनिया घूमती है, अमेरिका के इर्द गिर्द, एक सच यह भी है।
दुनिया में सब कुछ है जी तलाश होनी चाहिए। खैर हर इज्जतदार आदमी एप्पल 15 की तलाश में जुटा है, आनेवाले वक्त में इज्जत बढ़नी और बचनी एप्पल 15 से ही है।