हांगझोउ, 5 अक्तूबर (एजेंसी)
युवा स्टार अंतिम पंघाल ने टोक्यो ओलंपिक पदक विजेता बोलोरतुया बात ओचिर को 3-1 से हराकर एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता जबकि कुश्ती में बाकी भारतीय पहलवानों को निराशा हाथ लगी। 19 वर्ष की अंतिम ने जापान की दो बार की विश्व चैम्पियन अकारी फुजीनामी से महिलाओं के 53 किलो वर्ग में सेमीफाइनल हारने के बाद कांस्य पदक के मुकाबले में दमदार वापसी की।
उसने मंगोलियाई प्रतिद्वंद्वी को हावी होने का मौका नहीं दिया। भारत के नरिंदर चीमा (ग्रीको रोमन 97 किलो), नवीन (ग्रीको रोमन 130 किलो) और पूजा गेहलोत (महिला 50 किलो) हारकर बाहर हो गए। पूजा को कांस्य पदक के मुकाबले में एशियाई चैम्पियनशिप कांस्य पदक विजेता एकतेंगे केउनिमजाएवा ने 9-2 से हराया । मानसी अहलावत (महिला 57 किलो) से काफी उम्मीदें थी, लेकिन उजबेकिस्तान की लेलोखोन सोबिरोवा के खिलाफ कांस्य पदक के मुकाबले में वह 70 सेकंड में चित हो गई।
अन्य मुकाबलों में चीमा को क्वार्टर फाइनल में दक्षिण कोरिया के ली सेयोल ने 3-1 से हराया। ग्रीको रोमन में नवीन को चीन के मेंग लिंगजे ने 3-0 से हराया। बजरंग पूनिया और अमन सेहरावत कल उतरेंगे।
पंघाल सहित 4 पहलवानों ने कांस्य पदक दौर में जगह बनाई थी। इनमें से अंतिम (53 किग्रा), मानसी अहलावत (57 किग्रा) और ग्रीको रोमन पहलवान नवीन (130 किग्रा) को रेपेचेज के जरिए कांस्य पदक के मुकाबले में जगह मिली थी। ये जिन खिलाड़ियों से हारे थे उनके फाइनल में पहुंचने पर इन्हें कांस्य पदक के लिए चुनौती पेश करने का मौका मिला। रेपेचेज के जरिए प्री क्वार्टर फाइनल के बाद हारने वाले मुक्केबाजों को कांस्य पदक के लिए चुनौती पेश करने का मौका मिलता है अगर उन्हें हराने वाला पहलवान फाइनल में जगह बना ले तो।