पंचकूला, 11 अक्तूबर (हप्र
जन संवाद कार्यक्रमों की श्रृंखला में बुधवार को सांसद कार्तिकेय शर्मा ने पंचकूला के बरवाला ब्लॉक के 5 गांवों-टिब्बी, सुल्तानपुर, बतौड, सुंदरपुर और कामी में जन संवाद कार्यक्रमों के माध्यम से ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और अधिकतर समस्याओं का मौके पर ही निवारण किया और अन्य समस्याओं के लिए अधिकारियों को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिये। शर्मा सबसे पहले गांव टिब्बी पहुंचे, जहां वे लोगों से रूबरू हुए और उनकी समस्याएं सुनी। उन्होंने बताया कि जन संवाद कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण आंचल के लोगों की लंबित समस्याओं का निवारण करना है। उन्होंने स्पष्ट संदेश देते हुए अधिकारियों से कहा कि वे महज़ औपचारिकता पूरी करने नहीं आए हैं। उनका उद्देश्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभ देना है। उन्होंने पेंशन व परिवार पहचान पत्र की समस्या पर तुरंत संज्ञान लेते हुए कहा कि जिस लाभार्थियों के दस्तावेज पूरे हैं, उनके मौके पर ही पेंशन व परिवार पहचान पत्र बनाने के निर्देश दिये ताकि लोग सरकार की जनकल्याणकरी योजनाओं का लाभ ले सकें। उन्होंने यह भी कहा कि वे व्यक्तिगत रूप से इन सभी कार्यों पर नजर रखेंगे और उसकी अधिकारियों से प्रगति रिपोर्ट भी लेंगे। राज्यसभा सांसद ने बीडीपीओ बरवाला को केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा जनहित में चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में कैंप लगा कर उनकी जानकारी लोगों को देने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि यदि किसी व्यक्ति को ऑनलाइन फार्म भरना नहीं आता तो उसे कैंप में बुला कर उसका फार्म भरवाया जाए।
जन संवाद के माध्यम से राज्यसभा सांसद ने बीपीएल कार्ड, बुढापा पेंशन, विधवा पेंशन, इंतकाल, आवास योजना, 100-100 गज के प्लाट, फैमिली आईडी, स्वच्छ भारत मिशन, लाडली, गांव की गली को पक्का करने, पानी की निकासी, बरसात के पानी से हुए नुकसान, मक्खियों की समस्या, अवैध खनन कार्य, डंगे लगवाने आदि से संबंधित समस्याओं को सुना और अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर समस्याओं का निदान करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर एसडीएम ममता शर्मा, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गगनदीप सिंह, एसीपी सुरेन्द्र सिंह, डीडीपीओ राजन सिंगला, तहसीलदार पुन्यदीप शर्मा, बीडीपीओ विशाल पराशर, बीआरसी नरेन्द्र शर्मा, टिब्बी गांव की सरपंच उषा रानी, सुल्तानपुर के सरपंच परमजीत राणा, बरवाला मंडल अध्यक्ष गौतम राणा तथा अन्य गांववासी मौजूद थे।