जीत सैनी/निस
गुहला चीका, 14 अक्तूबर
पराली प्रबंधन के लिए बेलर मशीनें उपलब्ध नहीं करवाने से खफा गांव अरनौली, छन्ना जटान, शहजादपुर, जोधवा, लंडेहड़ी, शहीद भगत सिंह नगर व गुरुनानक नगर के किसानों ने शनिवार को खेतों में पड़ी पराली में आग लगा दी। पराली में आग लगाने की सूचना पाकर गांव में पहुंचे एसडीएम कृष्ण कुमार, नायब तहसीलदार सुनील कुमार व कृषि विभाग के अधिकारियों ने किसानों को आग न लगाने को लेकर समझाने का प्रयास किया लेकिन किसान नेता तेजिंद्र पुनिया व जस्सा सिंह ने कहा कि उनके पास पराली प्रबंधन के लिए कोई साधन नहीं है। जबकि इन पांच गांवों के लिए कम से कम दस बेलर मशीनों की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि किसानों को अपने खेतों में आलू, मटर व दूसरी सब्जियों की बिजाई करनी है लेकिन पराली का प्रबंध न होने के कारण वे इन फसलों की बिजाई नहीं कर पा रही है।
तेजिंद्र पुनिया व जस्सा सिंह ने बताया कि दस दिन पहले कृषि विभाग के अधिकारियों व एसडीएम ने गांव अरनौली में एक शिविर लगा पराली प्रबंधन के लिए बेलर मशीनें उपलब्ध करवाने का भरोसा दिया था लेकिन उनके गांवों में आज तक मशीनें नहीं पहुंची है। जिसके बाद किसानों ने खेतों में आग लगाने को मजबूर होना पड़ा है। अधिकारियों ने बड़ी मशक्कत के बाद खेतों में लगाई गई आग को बुझाया और किसानों को ऐसा न करने के लिए समझाया।
पंचायत में कमेटी का गठन
इससे पहले ग्रामीणों ने बीकेयू शहीद भगत सिंह के जिला महासचिव तिजेंद्र सिंह पुनिया की अगुवाई में गांव अरनौली के गुरुद्वारे में एक पंचायत का आयोजन किया। पंचायत में एक बीस सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया। इस अवसर पर कमेटी ने निर्णय लिया कि जो भी अधिकारी किसानों को पराली में आग लगाने से रोकेगा उसे बंधक बनाया जाएगा। तेजिंद्र पुनिया ने कहा कि यदि प्रशासन ने पराली प्रबंधन के लिए मशीनें उपलब्ध नहीं करवाई तो किसानों को मजबूरन पराली में आग लगानी पड़ेगी। पंचायत में किसानों ने एकजुट होकर लड़ाई लड़ने का फैसला भी लिया है।
पराली में आग न लगाने को लेकर शनिवार को घग्गर पार के गांवों में फ्लैग मार्च निकाला जा रहा था तो अरनौली में किसानों द्वारा पराली में आग लगाई जा रही थी। किसानों को आग न लगाने के लिए जगारूक किया गया व खेतों में लगाई गई आग को मौके पर ही बुझवा दिया गया। जो किसान समझाने के बावजूद पराली में आग लगाएंगे उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
-कृष्ण कुमार, एसडीएम गुहला