अल बलाह/यरूशलम/वाशिंगटन, 15 अक्तूबर (एजेंसी)
हमास और इस्राइल के बीच जारी मौजूदा संघर्ष में 2,329 फलस्तीनियों की मौत हो चुकी है और यह पांच गाजा युद्धों में से फलस्तीनियों के लिए सबसे घातक युद्ध बन गया है। संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, इस्राइल और हमास के बीच 2014 में हुए युद्ध में 2,251 फलस्तीनियों की मौत हुई थी। मौजूदा युद्ध में मृतक संख्या रविवार को 2014 में हुए युद्ध की मृतक संख्या को पार कर गई। इस्राइल के लिए यह मिस्र और सीरिया के साथ 1973 में हुए युद्ध के बाद से अब तक का सबसे घातक युद्ध साबित हो रहा है। इस बीच, युद्ध को और अधिक घातक नहीं होने देने के लिए अमेरिकी प्रयास तेज हो गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और फलस्तीनी प्राधिकरण के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात की। अमेरिका ने हमास की निंदा की है और साफ किया कि यह आतंकवादी संगठन फलस्तीनियों के हित में कतई खड़ा नहीं है। उधर, अमेरिकी विदेश मंत्री पांच दिन में दूसरी बार सोमवार को इस्राइल जाएंगे।
व्हाइट हाउस के मुताबिक, बाइडेन ने अब्बास के साथ बातचीत में इस्राइल पर हमास के क्रूर हमलों की निंदा की। व्हाइट हाउस ने कहा, ‘अब्बास ने बाइडेन को क्षेत्र में अपनी भागीदारी और फलस्तीनी लोगों, विशेषकर गाजा में तत्काल आवश्यक मानवीय सहायता पहुंचाने के अपने प्रयासों के बारे में जानकारी दी। बाइडेन ने इन प्रयासों में अपना पूरा समर्थन देने की बात कही।’
गाजा में सैनिक भेजने की इस्राइली योजना के बीच अमेरिका ने दुनिया भर के देशों से बातचीत तेज कर दी है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अपने चीनी समकक्ष वांग यी से भी बात की थी। इस बीच, बताया गया कि ब्लिंकन अरब देशों की छह दिवसीय यात्रा पूरी करने के बाद सोमवार को फिर इस्राइल जाएंगे। अरब देशों की उनकी यात्रा का मकसद व्यापक क्षेत्रीय संघर्ष फैलने से रोकना है। बीते पांच दिन में ब्लिंकन की यह दूसरी इस्राइल यात्रा है। ब्लिंकन मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल-सीसी से मुलाकात करने के लिए रविवार को काहिरा पहुंचे। मिस्र पहुंचने से पहले ब्लिंकन ने रविवार सुबह रियाद में सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की। इससे पहले तीन दिन में उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, कतर, जॉर्डन और फलस्तीन प्राधिकरण के नेताओं से मुलाकात की थी।
भोजन-पानी के लिए चल रहा है संघर्ष
गाजा के 23 लाख नागरिकों को रविवार को भोजन, पानी और सुरक्षा के लिए भीषण संघर्ष का सामना करना पड़ा। युद्ध के बीच गाजा में फलस्तीनी बुनियादी जरूरत की चीजों से भी वंचित हो गए हैं। गाजा के हजारों लोग उत्तरी इलाके को खाली करने के इस्राइल के आदेश का पालन करने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं अन्य लोग वहां के अस्पतालों में जमा हो गए। गाजा में चिकित्सकों ने रविवार को आगाह किया कि यदि घायल लोगों से भरे अस्पतालों में ईंधन और बुनियादी आपूर्ति खत्म हो गई, तो हजारों लोगों की मौत हो सकती है। उधर, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि उत्तरी इलाकों के अस्पतालों में नवजात शिशु और गहन देखभाल इकाई (आईसीयू) में इलाजरत लोगों समेत 2,000 से अधिक मरीजों के लिए निकासी ‘मौत की सजा के समान हो सकती है।’