एस अग्निहोत्री/हप्र
पंचकूला, 15 अक्तूबर
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि चुनौतियों से भरी पत्रकारिता में कलम से लेकर की- बोर्ड तक कई बदलाव आए हैं। स्पष्ट, पारदर्शी और संतुलन के साथ पत्रकारिता की जरूरत पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि तथ्यों को बनाए रखना बेहद जरूरी है। दुष्यंत रविवार को चंडीगढ़ एंड हरियाणा जर्नलिस्ट यूनियन (सीएचजेयू) की ओर से आयोजित संगोष्ठी ‘मीडिया के समक्ष चुनौतियां’ पर अपनी बात रख रहे थे। राज्य स्तरीय इस कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यसभा सांसद कार्तिकेय ने की।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता दैनिक ट्रिब्यून के संपादक नरेश कौशल ने फील्ड एवं डेस्क पर सक्रिय पत्रकारों को दरपेश चुनौतियों का विस्तार से उल्लेख किया। कौशल ने कहा, ‘पत्रकार अपना भविष्य दांव पर लगाकर समाज और सरकार के प्रति अपने दायित्व का बखूबी निर्वहन करते हैं।’ उन्होंने पत्रकारों के जोखिम भरे व्यवसाय के लिए किसी ठोस कानूनी प्रावधान की आवश्वकता पर बल दिया। उन्होंने हरियाणा में प्रिंट एवं सोशल मीडिया के हित में मनोहर लाल सरकार द्वारा हाल में लिए गए पेंशन इत्यादि फैसलों और इसमें उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की सकारात्मक भूमिका की सराहना की।
पत्रकारिता के एथिक्स को बनाए रखने पर जोर देते हुए दुष्यंत ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के युग में भविष्य बहुत ही चुनौतीपूर्ण है। उन्होंने कहा कि एडवांस पारदर्शिता की भी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भविष्य के लिए सोशल मीडिया का इनपुट सदैव बना रहेगा। इसके लिए गुणवत्ता भी बनाकर रखनी होगी। दुष्यंत चौटाला ने यूनियन की मांग पर कैशलेस स्वास्थ्य सुविधा का लाभ जल्द देने और अपने ऐच्छिक कोष से 11 लाख रुपए देने की घोषणा की। चौटाला ने कहा कि एचएसवीपी के प्लाटों में 20 प्लाट पत्रकारों, वकीलों, न्यायाधीशों के लिए निर्धारित किए गए है। यह सुविधा जिला स्तर पर भी उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने यूनियन को पंचकूला में मीडिया सेंटर खोलने के बारे में कार्यवाही बढ़ाने को कहा।
इस मौके पर हरियाणा के अनेक वरिष्ठ पत्रकारों को सम्मानित भी किया गया। सम्मानित होने वालों में सिटी मीडिया अंबाला के नरेंद्र सिंह भाटिया, पल-पल के सुरेंद्र भाटिया, पाठक पक्ष के देवेंद्र उप्पल, जगत क्रांति के अजय भाटिया, अर्थ प्रकाश के कैलाश जैन, दैनिक चेतना के श्रीभगवान वशिष्ठ, गुड़गांव टुडे के अनिल आर्य, समाचार क्यारी के राजेश कुमार, नया लोकयुक्त के श्रीकांत आर्य, गुड़गांव मेल के यादराम बंसल, सत्यजय टाइम्स के रूपेश बंसल शामिल हैं। संगोष्ठी में दैनिक ट्रिब्यून के संपादक नरेश कौशल के अलावा हिंदुस्तान टाइम्स के संपादक रमेश विनायक, अजीत समूह के कार्यकारी सम्पादक सतनाम सिंह मानक ने भी पत्रकारिता में चुनौतियों पर अपने विचार रखे। इस मौके पर आईजेयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के. श्रीनिवास रेड्डी, पूर्व अध्यक्ष एसएन सिन्हा, राष्ट्रीय महासचिव बलविन्द्र जम्मू, प्रदेश अध्यक्ष रामसिंह बराड़, प्रदेश चेयरमैन बलवंत तक्षक, प्रदेश महासचिव सुरेन्द्र गोयल ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए।
पत्रकारों के रेल पास की मांग को रखेंगे केंद्र सरकार के समक्ष : कार्तिकेय
राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने यूनियन की मांग पर रेलवे पास जारी करने की मांग को केंद्र के समक्ष उठाने का आश्वासन दिया। उन्होंने अपने ऐच्छिक कोष से यूनियन को पांच लाख रुपए देने की भी घोषणा की। कार्तिकेय ने कहा, ‘पत्रकारिता में माध्यम बदलते रहते हैं, लेकिन यह पेशा कभी खत्म होने वाला नहीं।’ उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भी परंपरागत मीडिया के मानक पर लोगों में विश्वास कायम हुआ।