चंडीगढ़, 18 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा सरकार ने 4 जिलों – कैथल, सिरसा, रोहतक और जींद में 113 करोड़ रुपये की लागत वाली 10 जलापूर्ति परियोजनाओं को मंजूरी दी है। राज्य में जल आपूर्ति में सुधार के प्रयासों के तहत ग्रामीण संवर्धन कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इन कार्यों को प्रशासनिक अनुमति दी है। स्वीकृत कार्यों में तीन गांवों (ठोबरियां, मिर्जापुर और तलवाड़ा खुर्द) तथा 4 ढाणियों (मोजू की ढाणी, टिब्बा की ढाणी, दया सिंह थेड़, बाजीगर ढाणी) के लिए नहर आधारित जलापूर्ति योजना को मंजूरी दी है।
इसके तहत 32 करोड़ 34 लाख रुपये की लागत से सिरसा के विभिन्न गांवों में मोजू की ढाणी में वॉटर वर्क्स का निर्माण किया जाएगा। 30 करोड़ 65 लाख करोड़ की लागत से सिरसा के गांव खारी सुरेरां में मौजूदा जलापूर्ति योजना के विस्तार को मंजूरी दी है। साथ ही, सामान्य पंपिंग स्टेशन बनाकर 9 मौजूदा वॉटर वर्क्स – भुरटवाला, पोहरकन, मीठी सुरेरा, खारी सुरेरा, ढाणी लाखजी, किशनपुरा, मिठनपुरा, ढाणी शेरांवली और करमसाना को शेरांवाली डिस्ट्रीब्यूटरी से ताजा पानी उपलब्ध करवाने की योजना है। 12 करोड़ 71 करोड़ की लागत से सिरसा में गांव संत नगर और दलीप नगर में नहर आधारित वॉटर वर्क्स, 9.29 करोड़ की लागत से कैथल के गांव ढांड ब्लॉक में जलापूर्ति योजना का विस्तार और वितरण प्रणाली का उन्नयन, 3.17 करोड़ रुपये की लागत से गांव टिगरी (सिरसा) में नहर आधारित वॉटर वर्क्स तथा 4.97 करोड़ की लागत से गांव सहरानी (सिरसा) में नहर आधारित वॉटर वर्क्स कार्य को भी मंजूरी दी है।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि 4.32 करोड़ रुपये की लागत से गांव मौजदीन, सिरसा में नहर आधारित वॉटर वर्क्स, जिला सिरसा के गांव ओट्टू में 5.17 करोड़ रुपये की लागत से नहर आधारित वॉटर वर्क्स, गांव बालंद, जिला रोहतक में 2.61 करोड़ रुपये की लागत से बूस्टिंग स्टेशन के निर्माण के साथ-साथ रोहतक पंप हाउस से दूसरे वाटर वर्क्स और पहले वाटर वर्क्स तक डीआई पाइप बिछाने के साथ जेएलएन नहर से ताजे पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के कार्य को भी मंजूरी दी गई।