चंडीगढ़, 28 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने मनोहर सरकार के नौ वर्षों के कार्यकाल पर 9 सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि इन सवालों का सरकार सार्वजनिक प्लेटफार्म पर जवाब दे ताकि लोगों को पता लग सके कि 2014 तक जो प्रदेश हर मामले में अव्वल था, वह अब पिछड़ता कैसे जा रहा है।
दीपेंद्र का कहना है कि प्रदेश अब चुनावी मोड में आ चुका है और अब मौजूदा सरकार केवल सात महीनों की मेहमान है। सरकार बड़े-बड़े दावे कर रही है लेकिन सच्चाई यह है कि प्रदेश का हर वर्ग सरकार से त्रस्त है। भाजपा सरकार ने हरियाणा को विकास की पटरी से उतार दिया है। दीपेंद्र ने कहा कि कांग्रेस पार्टी राज्य सरकार के खिलाफ चार्जशीट लेकर आएगी और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर भ्रष्टाचार के सभी मामलों की उचित जांच करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान शहादत देने वाले किसानों की याद में पार्टी द्वारा 17 दिसंबर को सिरसा में ‘किसान-मजदूर’ आक्रोश रैली का आयोजन किया जाएगा।
सरकार पर सवालों की झड़ी लगाते हुए दीपेंद्र ने कहा कि कांग्रेस के समय रोजगार देने में नंबर-वन हरियाणा अब बेरोजगारी में देशभर में पहले पायदान पर कैसे पहुंच गया। कांग्रेस द्वारा महंगाई रोकने और गरीबों के कल्याण के लिए शुरू की गई योजनाओं को बंद क्यों किया गया। प्रदेश में सबसे महंगी बिजली, सबसे अधिक वैट, स्कूल फीस और खाने-पीने के सामान की महंगाई के पीछे क्या कारण हैं। विकास दर, निवेश और प्रदेश में बड़ी परियोजनाओं को लागे में नंबर-वन हरियाणा अब पिछड़ क्यों रहा है। उन्होंने कहा कि हुड्डा सरकार ने किसानों को फसलों का सर्वाधिक रेट देने, सस्ती बिजली देने और सबसे अधिक सब्सिडी देने वाला प्रदेश बनाया था। आज किसानों पर अत्याचार में नंबर-वन प्रदेश भाजपा ने बना दिया है।
सरकार बताए कि किसानों के साथ किए समझौते को कब लागू करेगी। भ्रष्टाचार और घोटालों में हरियाणा को भाजपा ने नंबर-वन बना दिया है। इसका जवाब भी सरकार को लोगों को देना चाहिए। दीपेंद्र ने कहा कि खिलाड़ियों के सम्मान में हरियाणा नंबर-वन था, लेकिन अब खिलाड़ी निराश हैं।
हम ईमानदारी से लड़ते रहेंगे : सांसद
पिछले दिनों गृह मंत्री अनिल विज ने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को लेकर बयान दिया था कि उनके लिए जेल में कमरा तैयार है। दीपेंद्र से जब इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ‘हुड्डा साहब इस बात का जवाब पहले ही दे चुके हैं। कोई ऐसी धमकी नहीं है, इनके पास और कोई ऐसी जेल नहीं बनी है, जो हमें ईमानदारी से लोगों की लड़ाई लड़ने से रोक सके। मेरे पड़दादा को अंग्रेजों ने कालेपानी की सजा सुनाई। मेरे दादा आठ वर्षों तक कालकोठरियों में रहे। तब उन्हें पता भी नहीं था कि देश आजाद होगा या नहीं। उन्होंने कहा, ‘तब भी हमने जायज लड़ाई लड़ी थी। हुड्डा साहब और हमारे में वे संस्कार हैं। हम ईमानदारी से प्रदेश और देशवासियों की लड़ाई लड़ेंगे। ये नौ साल से बार-बार यही बात बोल रहे हैं। क्या ये कोर्ट हैं या फिर जज हैं। सरकार में बैठे किसी व्यक्ति को इस तरह की बात करने का अधिकार नहीं है। हम भी कहते हैं कि मौजूदा सरकार ने घोटाले किए हैं और उनकी जांच होनी चाहिए। लेकिन हमने कभी नहीं कहा कि जेल में भेजेंगे। यह काम कानून का है। हम लोकतंत्र के लिए ही लड़ रहे हैं’।