पारुल आनंद
आजकल की युवा पीढ़ी फ़ास्ट फ़ूड खाने में विश्वास रखती है। लेकिन इस बाजारू फूड से सेहत कितनी ख़राब होती है, यह उम्र बढ़ने पर पता चलता है। किडनी, लीवर, और हार्ट सब पर बीमार होने का खतरा मंडराता रहता है। अधिकांश तौर पर बाहर का खाना न तो घर जितनी सफाई से बनाया जाता है और न ही उसमें घर के मुकाबले पौष्टिक तत्वों का ख्याल रखा जाता है। ऐसे खानों में वसा की मात्रा ज़्यादा होती है जिनको खाने से लोग मोटापे के शिकार हो जाते हैं। इसी मोटापे से रक्तचाप, शुगर जैसी बीमारियां हमारे शरीर में अपना घर बना लेती हैं। ऐसे में घर का बना पौष्टिक व संतुलित भोजन खाएं तो सेहतमंद रहा जा सकता है। जानिये स्वास्थ्यवर्धक और पौष्टिक खानपान के संबंध में कुछ जरूरी बातें।
नाश्ते में अंकुरित अन्न
अक्सर कहा जाता है कि दिन की शुरुआत हेल्दी नाश्ते से करनी चाहिए। अंकुरित अन्न व सलाद से अच्छा और क्या हो सकता है। अंकुरण की प्रक्रिया के चलते इसमें सारे पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं जैसे मैग्नीशियम, कैल्शियम, फॉस्फोरस समेत और भी कई मिनरल्स। इसमें पाये जाने वाले सभी फाइबर, प्रोटीन और विटामिन्स आपके शरीर को सेहतमंद रखते हैं और इम्यूनिटी बढ़ाकर बीमारियों से लड़ने की शक्ति देते हैं। कई अध्ययनों में सामने आया कि अंकुरित चने आंतों के स्वास्थ्य के लिए बेहतर हैं।
सब्जियां और फल
सबसे सेहतमंद और पौष्टिक आहार है सब्ज़ियां और फल। जितना ज़्यादा आप सब्ज़ियों और फलों को अपने खाने में शामिल करेंगे उतने ही पौष्टिक तत्व आपके शरीर को मिलेंगे। पर्याप्त मात्रा में इनका सेवन करने से आपके शरीर में ऊर्जा का संचार होता है जिससे रोगों को दूर रखने में शरीर कारगर होता है। हरे रंग की सब्जियों जैसे मेथी, पालक, भिंडी व तोरई से विटामिन ए प्राप्त होता है, जो कि हमें सूरज की हानिकारक किरणों से बचाता है। लाल रंग की सब्जियां उच्च रक्तचाप से बचाव में सहायक होती हैं। पीले रंग की सब्ज़ियों में प्रचुर मात्रा में विटामिन सी होता है। नींबू और संतरा में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होती है। ये सभी फल व सब्जियां शरीर की पाचन क्रिया को अच्छा करने में सहायक होते हैं।
बादाम-अखरोट
सूखे मेवे भी आपके शरीर व दिमाग को खूब फायदा देते हैं। बादाम में मेग्नीशियम, विटामिन ई, आयरन, कैल्शियम व राइबोफुलविन जैसे पोषक तत्व पाये जाते हैं। वहीं चिकित्सकों के मुताबिक, बादाम में मौजूद एल कार्निटीन और राइबोक्फ्लेविन मस्तिष्क की कोशिकाओं को हेल्दी रखने में मददगार हैं वहीं फेनिलएलनिन भी फायदेमंद है। हर रोज़ 4-5 बादाम दूध में भिगो कर खाने चाहिए। वहीं कई अध्ययनों में सामने आया कि बादाम का सेवन कोलेस्ट्रॉल स्तर बेहतर करने में मददगार है। वहीं काजू खाने से शरीर को ताकत मिलती है। अखरोट बहुत कुछ मानव मस्तिष्क की तरह दिखता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन प्रचुर मात्रा में होते हैं। यह ब्रेन हेल्थ के लिए यह बहुत गुणकारी माना जाता है।
मूंगफली
बिरले ही लोग होंगे जिन्हें सर्दियों में मूंगफली स्वादिष्ट नहीं लगती है लेकिन यह सस्ता मेवा पौष्टिक भी कम नहीं होता है। बता दें कि मूंगफली की 100 ग्राम मात्रा में एक लीटर दूध के बराबर प्रोटीन होता है। मूंगफली को भिगो कर खाएं तो ज़्यादा लाभ मिलता है। मूंगफली में आयरन, कैल्शियम, विटामिन-ई व जिंक पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। इसका सेवन बेड कोलेस्ट्रोल व शूगर जैसी बीमारियों से बचाने में मददगार है। शरीर छरहरा रखने के लिए भी मूंगफली खाना लाभदायक है।