चंडीगढ़, 5 दिसंबर (ट्रिन्यू)
आम आदमी पार्टी (आप) के सांसदों ने मंगलवार को संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन भाजपा सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोप लगाते हुए राज्यसभा सांसद संजय सिंह और मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के खिलाफ संसद भवन में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान आप हरियाणा के अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) एवं राज्यसभा सांसद डॉ़ संदीप पाठक, संजीव अरोड़ा, अशोक कुमार मित्तल और राघव चड्ढा भी मौजूद रहे।
उन्होंन भाजपा सरकार के खिलाफ और सांसद संजय सिंह और मनीष सिसोदिया की रिहाई के लिए जमकर नारेबाजी की। इस मौके पर संदीप पाठक ने कहा कि आप का एक-एक कार्यकर्ता और पदाधिकारी अरविंद केजरीवाल का सच्चा सिपाही है। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता शहीद भगत सिंह की विचारधारा को मानने वाले लोग हैं। न लाठी डंडों से डरते हैं और न ही जेल जाने से डरते हैं।
उन्होंने कहा कि पांच राज्यों के चुनावों से साफ हो गया कि आम आदमी पार्टी ही भाजपा को हरा सकती है। इसलिए भाजपा के नेता आम आदमी पार्टी को खत्म कर देना चाहते हैं। पाठक ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा आम आदमी पार्टी के नेताओं को झूठे आरोप लगाकर गिरफ्तार किया गया है। जबकि कोर्ट में अभी तक कोई सबूत नहीं दिखा पाई है। उन्होंने कहा कि सतेंद्र जैन ने अच्छे अस्पताल बनवाए तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया, मनीष सिसोदिया को अच्छे स्कूल बनवाने पर गिरफ्तार कर लिया और संजय सिंह मुखर होकर भाजपा सरकार की पोल पट्टी खोलते थे, इसलिए गिरफ्तार कर लिया।
स्वास्थ्य मंत्री अघोषित हड़ताल पर, फाइलें पेंडिंग : चित्रा
आम आदमी पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा सरवारा ने 9 दिसंबर से होने वाली सरकारी डॉक्टरों की हड़ताल और स्वास्थ्य सुविधाओं के मुद्दे को लेकर राज्य सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा में केवल सरकारी डॉक्टर ही नहीं न जाने कितने कर्मचारी और वर्ग अपनी मूलभूत मांगों और अधिकारों के लिए हड़ताल पर हैं। लेकिन हमेशा की तरह सरकार पर कोई असर नहीं है। हरियाणा के सरकारी डॉक्टरों ने 9 दिसंबर से हड़ताल पर जाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की मांगे जायज हैं। मंगलवार को चंडीगढ़ से जारी एक बयान में चित्रा ने कहा कि आज सरकारी अस्पतालों में मशीनें नहीं हैं, स्पेशलिस्ट नहीं हैं, रेडियोलॉजिस्ट नहीं हैं, यहां तक कि ग्लूकोज की बोतलें भी नहीं हैं।