रांची, 13 दिसंबर (एजेंसी)
झारखंड से कांग्रेस के सांसद धीरज प्रसाद साहू के परिवार की कंपनी के परिसरों से 350 करोड़ रुपये और तीन किलोग्राम सोना जब्त करने के बाद आयकर विभाग ने अब अत्याधुनिक मशीनों को खोजबीन में लगा दिया है। आशंका जताई जा रही है कि साहू की कुछ दौलत जमीन के नीचे भी दबाई हो सकती है।
आयकर विभाग की टीम झारखंड के रांची और लोहरदगा में साहू के मकानों में भू निगरानी प्रणाली का उपयोग कर रही हैं। भू-निगरानी प्रणाली का उपयोग करके जमीन के नीचे छिपे सोने के आभूषण और अन्य कीमती सामान का पता लगाया जा सकता है। दिल्ली में साहू के कार्यालय के कर्मचारियों ने कहा कि वह पिछले तीन दिन से उनके संपर्क में नहीं हैं।
गौर हो कि साहू के परिवार के स्वामित्व वाले ओडिशा की शराब कंपनी के खिलाफ आयकर विभाग ने अपनी कार्रवाई के तहत रांची में उनके आवास में जमीन के नीचे तलाश करने वाली ‘रडार’ मशीन लगायी है। जिस जगह तलाशी चल रही है, वह साहू का संयुक्त पारिवारिक आवास है। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआरपीएफ) की एक टुकड़ी इस आवास पर तैनात की गई है। कंपनी के कथित कर चोरी और ‘आउट ऑफ द बुक (जिसका लेखा-जोखा कंपनी के वित्तीय रिकॉर्ड में नहीं हो)’ लेन-देन के आरोप में छह दिसंबर को आयकर विभाग के अधिकारियों ने कार्रवाई शुरू की थी। इस कंपनी का प्रवर्तक कांग्रेस सांसद साहू का परिवार है। न तो सांसद और न ही कंपनी ने आयकर विभाग की कार्रवाई पर अबतक कोई बयान या प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस ने यह कहते हुए अपने सांसद से दूरी बना ली है कि पार्टी का उनके कारोबार से कोई लेना-देना नहीं है।