गुरुग्राम,19 दिसंबर (हप्र)
भारी मानसून के दौरान बाढ़ प्रबंधन उपायों से निपटने के लिए इन्फ्रा-2 डिवीजन ने 2024 में मानसून के दौरान बरसाती पानी प्रणाली के सुचारू संचालन के लिए बाढ़ नियंत्रण कार्यालय की स्थापना और पर्याप्त लेबर और मशीनरी की व्यवस्था के लिए योजना तैयार की है। मंगलवार को गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।
टीम को निविदा प्रक्रिया में तेजी लाने और अगले साल के मानसून सीजन से पहले समय पर पर्याप्त बाढ़ तैयारी पहल सुनिश्चित करने के लिए कहा। जीएमडीए की 68वीं कोर प्लानिंग सेल (सीपीसी) की बैठक जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीसी मीणा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में जीएमडीए और नगर निगम गुरुग्राम (एमसीजी) के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में आज जीएमडीए के विभिन्न चल रहे एवं आगामी कार्यों पर चर्चा की गई। शहर में सडक़ बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए आज बैठक में विभिन्न सड़क विकास परियोजनाओं पर चर्चा की गई। इंफ्रा-1 डिवीजन द्वारा जानकारी दी गई कि इफ्को चौक से महावीर चौक तक मास्टर रोड के उन्नयन और ओल्ड रेलवे रोड से द्वारका एक्सप्रेसवे तक मास्टर रोड के उन्नयन से संबंधित कार्य के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के लिए सलाहकारों को लगाया गया है। डीपीआर 2 सप्ताह के भीतर प्रस्तुत की जाएगी। इसमें सेंट्रल वर्ज की उचित डिजाइनिंग और सर्विस रोड या पार्किंग क्षेत्र का प्रावधान भी शामिल किया जा रहा है।
इसके अलावा सीपीसी की बैठक में यह भी प्रस्तुत किया गया कि मास्टर रोड डिवाइडिंग सेक्टर 75/75ए, 76 आउटर, 75ए/76 और 76/77 गुरुग्राम की विशेष मरम्मत के लिए निविदा प्रक्रिया चल रही है जो कि एक महत्वपूर्ण सड़क है।