नयी दिल्ली, 20 दिसंबर (एजेंसी)
विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं और सांसदों ने लोकसभा एवं राज्यसभा से 141 सदस्यों के निलंबन के मुद्दे पर बुधवार को संसद परिसर में प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि सरकार ‘विपक्ष मुक्त संसद’ तथा ‘एक पार्टी के शासन वाली व्यवस्था’ चाहती है। संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष विपक्षी सांसदों के विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी तथा कई अन्य नेता शामिल हुए। निलंबित लोकसभा सदस्यों में शामिल कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा, ‘यह व्यवस्था का ऐतिहासिक दुरुपयोग है। इस तरह की राजनीति में लोकतंत्र का क्या होगा, यही हमारा प्रश्न है।’ राजद के नेता मनोज झा ने कहा, ‘हम चांद का टुकड़ा नहीं मांग रहे हैं। हम गृह मंत्री से दोनों सदनों में बयान चाहते हैं। मुबारक हो मोदी जी। आप इस देश को एक पार्टी के शासन वाली व्यवस्था की तरफ ले जा रहे हैं।’
एक पार्टी का शासन चाहते हैं पीएम और भाजपा : खड़गे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘6 आरोपियों पर आतंकवाद विरोधी यूएपीए कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों के प्रवेश में मदद करने वाले भाजपा सांसद (प्रताप सिम्हा) से अब तक पूछताछ नहीं की गई है। यह कैसी जांच है?’ उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी देश में ‘एक पार्टी का शासन’ स्थापित करना चाहती है। उन्होंने कहा, ‘इस शर्मनाक सुरक्षा चूक के लिए उच्च पद पर बैठे लोगों को दंडित करने के बजाय सांसदों के लोकतांत्रिक अधिकारों को छीन लिया गया है। और इस तरह ‘वे’ जवाबदेही से बच गए हैं।’