मनोज बुलाण/निस
मंडी अटेली, 27 दिसंबर
42 साल पहले अटेली कस्बे में शुरू हुए कॉलेज की बिल्डिंग का नवीनीकरण कार्य शुरू हो गया है। कॉलेज के पुराने भवन को लोकनिर्माण विभाग द्वारा कंडम घोषित करने के बाद जर्जर बिल्डिंग को तोड़ दिया गया है। अटेली क्षेत्र के लोगों द्वारा गांव-गांव में चंदा एकत्रित कर कॉलेज के लिए कमरे बनाये गये थे। लंबा समय होने पर कॉलेज का भवन जर्जर हो गया था। राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) के तहत कॉलेज के प्रशासनिक भवन का निर्माण कार्य 99 लाख 76 हजार की लागत से शुरू किया गया है। प्रशासनिक भवन के निर्माण कार्य की अवधी जून 2024 निर्धारित की गई है।
उल्लेखनीय है कि अटेली क्षेत्र में 42 साल पहले कोई उच्च शिक्षण संस्थान नहीं होने पर यहां के प्रबुद्ध लोगों ने 1981 में संजय कॉलेज स्थापित कर यहा कक्षाएं शुरू की थी। शुरू में तो कक्षाएं पेड़ों के नीचे लगायी जाती थीं, लेकिन गांवों में चंदा एकत्रित कर दानदाताओं के सहयोग से कमरे बनाये गये थे। धीर-धीरे 25 से अधिक कमरे व बरामद आदि बनाये गये। काफी जद्दोजेहद पर तत्कालीन मुख्यमंत्री बंसीलाल ने 1996 हविपा के प्रतिनिधि राव ओमप्रकाश इंजीनियर की मांग पर कॉलेज का सरकारीकरण किया गया था। लोकनिर्माण विभाग द्वारा कॉलेज भवन जर्जर होने पर कंडम घोषित करने के बाद रूसा ने 99 लाख 76 हजार का बजट अप्रूवल कर नये प्रशासनिक भवन की मंजूरी प्रदान की है। निर्माण कार्य हरियाणा पुलिस हाउस कॉरपोरेशन एजेंसी कर रही है। प्रशासनिक भवन आधुनिक तरीके का एक मंजिला होगा जिसमेें प्राचार्य कार्यालय, मिनिस्ट्रियल रूम, स्टॉफ रूम, बर्सर रूम, टायलेट-बाथरूम के अलावा फीस विंडो सहित अन्य आवश्यक रूम बनने हैं। कॉलेज में करीब 2 हजार विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। यहां आर्ट, कामर्स, नानमेडिकल की यूजी कक्षाओं के अलावा बीसीए तथा अंग्रेजी, संस्कृत में एमए की कक्षाएं चल रही हैं। 12 कमरों का नये शैक्षणिक भवन के लिए 4 करोड़ 42 लाख रुपए आवंटित हो गये हैं। यह राशि तकनीकी कारणों से अटकी हुई है। इस राशि को जल्द शुरू करवाने के लिए विधायक सीताराम यादव ने हाल ही में चले सत्र में भी आवाज को विधानसभा में प्रमुखता से उठाई थी। इस राशि के अलावा एक प्रस्ताव उच्चतर शिक्षा विभाग को भेजा हुआ है।
क्या कहते हैं प्राचार्य
कॉलेज के प्राचार्य राजेश सैनी ने बताया कि राष्ट्रीय उच्चत शिक्षा अभियान ने नये प्रशासनिक भवन के 99 लाख 76 हजार रुपए स्वीकृत किये हैं। पुराने प्रशासनिक भवन व दूसरे कमरों को तोड़ दिया गया है। उम्मीद है कि नये शैक्षणिक सत्र अप्रैल-मई में नये प्रशासनिक भवन बन कर तैयार हो जाएगा, इस समय तो परीक्षाएं चली हुई हैं। प्रशासनिक भवन का निर्माण कार्य करने वाले एजेंसी के ठेकेदार मनमोहन सिंह ने बताया तय समय अवधि से पहले ही भवन का कार्य पूरा कर दिया जाएगा।