चंडीगढ़, 9 जनवरी (हप्र)
पंजाब के जल संसाधन, खनन एवं भू-विज्ञान और भूमि एवं जल संरक्षण मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने कहा कि अवैध खनन किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और अवैध खनन में शामिल और रॉयल्टी न ले सकने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अमृतसर में माझा क्षेत्र के विधायकों और जल संसाधन, खनन एवं भू-विज्ञान और भूमि एवं जल संरक्षण विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि बड़े प्रोजेक्टों में इस्तेमाल की जा रही मिट्टी की रॉयल्टी भी सरकारी खजाने में जमा करवाना सुनिश्चित बनाया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य में सैकड़ों किलोमीटर नेशनल हाईवे बन रहे हैं परन्तु इनकी रॉयल्टी पूरी तरह जमा नहीं हो रही। इसलिए इन कार्यों पर निगाह रखकर इसकी रॉयल्टी ली जाए।
उन्होंने सख़्त लहजे में कहा कि जिस भी अधिकारी ने अवैध खनन और रॉयल्टी के मुद्दे पर ढील बरती, उसके खि़लाफ़ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पिछले खरीफ सीज़न में नहरी पानी खेतों तक पहुंचाने का विवरण लेते हुए जौड़ामाजरा ने कहा कि सरकार भूजल को आने वाली पीढ़ियों के लिए बचाने के प्रयास कर रही है और यह काम केवल नहरी पानी का प्रयोग करके ही हो सकता है। इसलिए इस मुद्दे पर कोई कोताही बर्दाश्त नहीं होगी। नहरों, नालों और ड्रेनों की सफ़ाई के बारे में जौड़ामाजरा ने बताया कि सरकार ने इस कार्य के लिए 10 बड़ी मशीनें खरीद ली हैं। अगर और ज़रूरत महसूस हुई तो और मशीनरी खरीदकर यह काम पूरा किया जाएगा।