डबवाली, (लंबी), 23 जनवरी (निस)
दिल्ली मोर्चा के ‘शहीद’ किसान परिवारों के नौकरियां से वंचित करीब 450 वारिसों ने नौकरियां न दिए जाने के ख़िलाफ़ पंजाब सरकार के ख़िलाफ़ संघर्ष छेड़ दिया है। मंगलवार को काफ़ी संख्या में ‘शहीद’ परिवारों के नेतृत्व तले सैकड़ों किसानों ने गांव खुड्डीयां में पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत खुड्डीयां के घर आगे अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। किसान लंबे संघर्ष के लिए खाद्य सामग्री व रात्रि ठहराव हेतू ट्रैक्टर-ट्रालियों पर तंबू लाए हैं।
उल्ल्खेनीय है कि पूर्व कांग्रेस सरकार द्वारा दिल्ली मोर्चा के शहीद किसान परिवारों को नौकरी व 5-5 लाख रुपए मुआवज़ा की घोषणा की गई थी। दिल्ली मोर्चा में करीब 780 किसान ‘शहीद’ हुए थे, 326 परिवारों को पंजाब सरकार द्वारा नौकरियां दीं जा चुकीं हैं। जबकि तेलंगाना सरकार द्वारा शहीद किसान परिवारों के लिए भेजे 3-3 लाख रुपए का मुआवज़ा भी पंजाब सरकार द्वारा पूरी तरह आंवटित नहीं किया गया। काफ़ी परिवार पंजाब सरकार के पांच लाख रुपए से मुआवज़े भी से वंचित हैं।
दिए जाएंगे हक : कृषि मंत्री
पंजाब के कृषि मंत्री का कहना था कि शहीद किसान परिवारों को हक दिलाने के लिए सरकार वचनबद्ध है। गठित कमेटी में किसान नेता भी सदस्य हैं। यदि सदस्यों द्वारा उनके साथ बैठक या बातचीत की होती तो बेहतर होता। वैसे धरना देना उनका हक है। मंत्री ने कहा जैसे-जैसे सभी रिपोर्टों आयेंगी, वैसे ही शहीद किसानों को हक दे दिए जाएंगे।