पानीपत, 30 जनवरी (हप्र)
जिला के सनौली खुर्द खंड के गांव नवादा पार व पत्थरगढ़ के बीच 10 जुलाई की देर रात को यमुना का तटबंध टूटने से आसपास के गांव नवादा आर, नवादा पार, जलालपुर द्वितीय, पत्थरगढ़, राणा माजरा व सनौली खुर्द आदि के खेतों में बाढ़ का पानी भरने से अनेकों किसानों की कई हजार एकड़ फसल बर्बाद हो गई थी। लेकिन सरकार द्वारा अब तक भी किसानों को मुआवजा नहीं मिला है, जिससे किसानों में सरकार के प्रति रोष बना हुआ है। वहीं मंगलवार को गांव नवादा आर में कई किसानों ने एकत्रित होकर मुआवजा देने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर पूर्व सरपंच ताहिर, नवाब, मनोहर, संदीप व इंद्र आदि ने बताया कि यमुना का तटबंध टूटने से उनकी फसल को बर्बाद हुए करीब साढे 6 माह का समय बीत चुका है। इनमे से अनेकों किसानों ने तो सरकार के क्षतिपूर्ति पोर्टल पर भी अपनी बर्बाद हुई फसल को पूरा ब्यौरा अपलोड कर दिया गया था लेकिन आज तक भी मुआवजा नहीं मिला है। किसानों ने कहा कि यदि जल्द ही उनको बर्बाद हुई फसल का उचित मुआवजा नहीं मिला तो वे सनौली खुर्द खंड कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करेंगे।
इस बारे में बापौली तहसील के नायब तहसीलदार कैलाश चंद्र का कहना है कि क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपलोड किये गये ब्यौरे के अनुसार 26 गांवों के किसानों की 886 एकड़ भूमि की मौके पर जाकर गिरदावरी की गई थी। उच्च अधिकारियों को तय समय पर रिपोर्ट सौंप दी गई थी। मुआवजा सरकार सीधे किसानों के बैंक खातों में ही डालेगी।