मनीमाजरा (चंडीगढ़), 3 फरवरी (हप्र)
पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित ने शनिवार काे अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजे अपने त्यागपत्र में लिखा, ‘व्यक्तिगत कारणों और कुछ अन्य प्रतिबद्धताओं की वजह से, मैं पंजाब के राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक के पद से इस्तीफा दे रहा हूं। कृपया इसे स्वीकार करें।’
इससे पहले शुक्रवार को पुरोहित ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। उनकी मुलाकात चंडीगढ़ महापौर चुनाव में भाजपा की जीत के कुछ दिनों बाद हुई थी। इस चुनाव में कांग्रेस-आम आदमी पार्टी गठबंधन के नेताओं ने पीठासीन अधिकारी पर मतपत्रों के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है और मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा है।
पंजाब का राज्यपाल बनने से पहले बनवारीलाल पुरोहित 2016 से 2017 तक असम के राज्यपाल और 2017 से 2021 तक तमिलनाडु के राज्यपाल रहे। पुरोहित 1984, 1989 और 1996 में नागपुर से तीन बार लोकसभा सदस्य भी रह चुके हैं। वह दो बार कांग्रेस और एक बार भाजपा के टिकट पर सांसद बने।
सीएम मान के साथ रहा टकराव
पुरोहित ने 31 अगस्त, 2021 को पंजाब के राज्यपाल का पद संभाला था। पंजाब में करीब ढाई साल के कार्यकाल के दौरान मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के साथ कई मुद्दों पर उनका मतभेद रहा। विधानसभा सत्र बुलाने, विश्वविद्यालयों के वीसी की नियुक्ति और विधानसभा में पारित बिलों को मंजूरी में देरी जैसे कई मामलों को लेकर टकराव हुआ। मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा। कुछ मुद्दों पर राज्यपाल को सुप्रीम कोर्ट से फटकार भी मिली। पुरोहित ने मान को भेजे अपने आधिकारिक पत्रों को ‘प्रेम पत्र’ कहे जाने पर भी आपत्ति जताई थी।