हमीरपुर, 9 फरवरी (निस)
राज्य सतर्कता विभाग ने 2022 में घोटाले का खुलासा होने के बाद हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग पेपर लीक मामले में एक ढाबा मालिक और एक सेवानिवृत्त एचआरटीसी कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। राज्य सरकार ने घोटाले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया था और पेपर लीक मामले में अब तक लगभग 25 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सरकारी अधिकारी के अनुसार, दो आरोपियों – ढाबा मालिक सोहन और सेवानिवृत्त हिमाचल सड़क परिवहन निगम कर्मचारी रवि को तब गिरफ्तार किया गया जब यह पाया गया कि प्रश्नपत्र उनके मोबाइल फोन से लीक हुए थे। अधिकारी ने बताया कि उन्होंने कथित तौर पर पिछले साल अप्रैल में आयोजित ‘सचिवालय क्लर्क ग्रेड’ परीक्षा के पेपर लीक कर दिए थे, जिसका परिणाम अभी भी लंबित है। अधिकारी ने कहा, सोहन आयोग के मुख्यालय के पास एक ढाबा चलाता है।
जल्द होंगी और गिरफ्तारियां : डीआईजी
डीआईजी राहुल नाथ ने बताया कि दोनों आरोपियों से गुरुवार रात पूछताछ की गई और उसके बाद गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां भी होने की संभावना है। 23 दिसंबर, 2022 को पेपर लीक का खुलासा होने के दो महीने बाद फरवरी 2023 में पूर्ववर्ती एचपीएसएससी को खत्म कर दिया गया था। बाद में एचपीएसएससी को हिमाचल प्रदेश राज्य चयन आयोग द्वारा बदल दिया गया था।