जितेंद्र अग्रवाल/हप्र
अम्बाला शहर, 9 फरवरी
पंजाब से दिल्ली वाया अम्बाला में 13 फरवरी को किसानों के दिल्ली कूच को लेकर केंद्र बने शंभु बार्डर को बंद किया जायेगा। पंजाब से दिल्ली जाने के लिए जीटी रोड पर यह मुख्य मार्ग है। सबसे बड़ी चुनौती पंजाब की ओर से आने वाले किसानों काे अंबाला से क्रास नहीं होने देने की है। बार्डर को पूरी तरह से सीलबंद करने के लिए सीमेंटिड बेरीकेड्स, लोहे की तारों की बाढ़ मौके पर पहुंचाई जा चुकी है। साथ ही सुरक्षा कर्मियों के कमरे को रेत की बोरियां लगाकर सुरक्षित किया जा रहा है।
दरअसल दिल्ली कूच को लेकर किसानों से ज्यादा तैयारी अम्बाला जिला प्रशासन की ओर से कर ली गई है। गत दिल्ली कूच के समय भी शंभू टोल बैरियर के पास काफी टकराव हुआ था और किसान अंतत: बैरिकेड्स आदि तोड़कर दिल्ली जाने में सफल रहे थे। फिलहाल भाकियू चढ़ूनी ने आंदोलन से स्वयं को अलग कर लिया है जबकि स्थानीय चुनिंदा किसान नेताओं ने गिरफ्तारी की संभावना को देखते हुए स्वयं को भूमिगत कर लिया है। कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस द्वारा कई स्थानों पर नाके लगाए जायेंगे। सभी नाकों पर वीडियोग्राफी के साथ- साथ अन्य गतिविधियों की रिकार्डिंग भी की जाएगी। किसान नेताओं को आंदोलन में भाग नहीं लेने के आग्रह के लिए दस्ती नोटिस दिए गए हैं और न लेने वाले किसानों के घर पर नोटिस चस्पा किए गए हैं। दूसरे राज्यों से अर्धसैनिकों बलों की 12 टुकड़ियां जिनमें लगभग 850 जवान हैं, वह भी अम्बाला आ चुकी हैं। किसानों के इस मार्च को देखते हुए पैरामिल्ट्री फोर्स, पुलिस व डयूटी मजिस्ट्रेट के लिए मॉक ड्रिल का भी आयोजन 11 फरवरी को किया जायेगा। सभी नाकों पर पेयजल की व्यवस्था, शंभू बार्डर के साथ साथ अन्य जगहों पर मेडिकल व्यवस्था भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गये हैं।
आंदोलन को देखते हुए डीसी डॉ. शालीन और पुलिस अधीक्षक जशनदीप सिंह रंधावा लगातार बैठकें करके तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा डयूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गये हैं। धारा 144 के आदेश जारी किए गये हैं।
“संपत्ति के नुकसान की भरपाई अंदोलनकारी से होगी : आंदोलन को देखते हुए हर संभव तैयारी कर ली गई है। जिले में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस द्वारा नाके लगाए जाएंगे। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए बर्जर वैन, हैल्मेट, वायरलैस सैट, जैकेट, राउंड, लाठियां, जेसीबी व अन्य सामान प्रर्याप्त मात्रा में रखने के निर्देश दिए गए हैं। यदि कोई भी किसान कानून व्यवस्था को हाथ में लेता है और आमजन की संपत्ति को कोई हानि पहुंचता है तो उसकी रिकवरी आंदोलन में शामिल लोगों से की जायेगी। वीडियो रिकार्डिंग से हर गतिविधि पर नजर रहेगी। पुलिस व स्वास्थ्य विभाग के कर्मी छुट्टी पर नहीं रहेंगे, सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को स्टेशन मेनटेन करने के निर्देश दिए गये हैं।”
-डॉ. शालीन, उपायुक्त अम्बाला