प्रदीप साहू/हप्र
चरखी दादरी, 10 फरवरी
मन में जीत का जुनून हो और व्यक्ति दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ आगे बढ़े तो उम्र कोई मायने नहीं रखती। कादमा निवासी 107 वर्षीय दादी रामबाई हैदराबाद के मैदान पर फर्राटा भर रही हैं। नेशनल प्रतियोगिता में बुजुर्ग एथलिट रामबाई ने न केवल भागीदारी की है बल्कि हरियाणा का प्रतिनिधित्व कर 2 गोल्ड मेडल हासिल किये। उनकी 65 वर्षीय बेटी संतरा देवी ने भी अलग-अलग स्पर्धाओं में तीन मेडल पर कब्जा किया है। इतना ही नहीं रामबाई ने अपना पासपोर्ट बनवा लिया है और विदेशी धरती पर सोना जीतकर देश का नाम रोशन करना चाहती है। बुजुर्ग खिलाड़ी रमाबाई ने 6 व 7 फरवरी को अलवर में आयोजित नेशनल प्रतियोगिता में सफलता हासिल की और इसके बाद सीधा हैदराबाद पहुंचकर जीत का सिलसिला जारी रखा। हैदराबाद में 8 से 11 फरवरी तक आयोजित पांचवी नेशनल मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप मेें देशभर के विभिन्न राज्यों के खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। इस प्रतियोगिता में 107 वर्षीय रामबाई ने 105 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में हरियाणा का प्रतिनिधित्व करते हुए डिस्कस थ्रो व शॉट-पुट में प्रथम स्थान हासिल किया और 2 स्वर्ण पदक जीते है। रामबाई की छोटी बेटी 65 वर्षीय संतरा देवी ने 1500 मीटर दौड़ में रजत पदक हासिल किया। शॉटपुट स्पर्धा में कांस्य पदक और 5 किलेमीटर पैदल चाल में रजक पदक हासिल किया। रामबाई रविवार को 100 मीटर फर्राटा दौड़ में अपनी चुनौती पेश करेंगी। प्रतियोगिता में रामबाई की नातिन शर्मिला सांगवान भी प्रतिभा दिखाएंगी।