शिमला, 11 फरवरी (हप्र)
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज शिमला में प्रदेश के दुग्ध उत्पादकों के साथ संवाद किया। उन्होंने कहा कि सरकार कृषि को उद्योग के रूप में प्रोत्साहित कर रही है ताकि किसानों को सामर्थ्यवान एवं स्वावलंबी बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि हमारा प्रदेश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर निर्भर है, जिसमें कृषि व दुग्ध उत्पादन की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रदेश सरकार आगामी बजट में किसानों की आय बढ़ाने के लिए नई योजनाएं ला रही है, ताकि पशुपालन और कृषि के बारे में समाज की सोच में सकारात्मक बदलाव आ सके। आगामी दो वर्षों में राज्य सरकार के इन प्रयासों के सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक खेती में किसानों का भविष्य है, जिसमें पशुपालन की भूमिका अहम है क्योंकि कृषि व दूध उत्पादन का सीधा आपसी संबंध है। उन्होंने कहा कि किसानों के हाथ में पैसा पहुंचे, इसके लिए नीतियों व नियमों में मूलभूत परिवर्तन किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार दूध उत्पादकों को कर में रियायत देने पर भी विचार करेगी।
सहकारी सभाओं के प्रतिनिधियों ने जताया मुख्यमंत्री का आभार
हिमाचल प्रदेश के दुग्ध उत्पादकों के साथ संवाद के दौरान विभिन्न दुग्ध सहकारी सभाओं के प्रतिनिधियों ने दूध के खरीद मूल्य एकमुश्त छह रुपये बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार व्यक्त किया। जिला कांगड़ा के पालमपुर क्षेत्र के अनिल कुमार ने संवाद के दौरान कहा कि 30 वर्ष में दूध खरीद मूल्य केवल 18 रुपये बढ़ा, जबकि सुक्खू सरकार ने एक वर्ष में 6 रुपये बढ़ाकर प्रदेश के हजारों किसानों को लाभ पहुंचाया है। कांगड़ा के नगरोटा बगवां के विकास सरीन ने कहा कि वह गुरुग्राम के एसी ऑफिस में बैठ कर काम करते थे और कभी नहीं सोचा था कि दुग्ध सोसायटी बनाकर दूध उत्पादन से जुड़ेंगे। शुरू में काफी दिक्कत आई और तीन लीटर दूध एकत्र करने के लिए तीन महीने तक प्रयास किए और एक लाख रुपये खर्च किए, लेकिन दूध खरीद मूल्य में एकमुश्त छह रुपये की बढ़ोतरी से अब 450 किसान उनकी सोसायटी से जुड़ गए हैं। हमीरपुर जिले की नादौन निवासी सुनीता ने कहा कि कभी किसी ने उम्मीद नहीं की थी कि कोई सरकार दूध के खरीद मूल्य को एक साथ छह रुपये बढ़ाएगी, लेकिन मुख्यमंत्री ने दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय देते हुए प्रदेश के हजारों किसानों को लाभ पहुंचाया है। कुल्लू निवासी रीना देवी ने भी दूध खरीद मूल्य छह रुपये बढ़ाने पर राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया। मनाली निवासी पन्ना लाल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा दूध खरीद मूल्य एक साथ छह रुपये बढ़ाने से प्रदेश के हजारों किसानों को लाभ हुआ है। आनी के ओम प्रकाश, जिला शिमला के रामपुर बुशहर निवासी तुला राम ने कहा कि राज्य सरकार की सीधे किसानों से बात करने का प्रयास सराहनीय है। व्यास कामधेनु बिलासपुर के जे.आर. कौंडल ने कहा कि वह लंबे समय से सरकार से बातचीत करना चाहते थे। मुख्यमंत्री ने उन्हें एक मंच प्रदान किया है।