भिवानी, 12 फरवरी (हप्र)
महान समाज सुधारक तथा आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती समारोह सोमवार को आर्य समाज घंटाघर में हर्षोल्लास से मनाया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ यज्ञ के ब्रह्मा चांदराम आर्य ने हवन से किया। उन्होंने बताया कि हवन से वातावरण शुद्ध होकर अनेक बीमारियों से मुक्ति मिलती है। डॉ. अंजू आर्या ने अपने भजनों के माध्यम से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का संचालन प्रधान विमलेश आर्य ने किया।
अधिवक्ता वेदप्रिय आर्य ने अपने व्याख्यान को बच्चों के जीवन पर केंद्रित करते हुए उनके जीवन में काम आने वाली अनेक बातों पर चर्चा की। कार्यक्रम में समाज के अनेक प्रबुद्ध लोग जिनमें डॉ रामफल आर्य, वेद प्रकाश आर्य, नरदेव आर्य, लक्ष्मी नारायण आर्य, कैप्टन रामानंद आर्य, देवगुण आर्य सहित अनेक लोग सम्मिलित हुए। इस दौरान वक्ताओं ने आर्य समाज की शिक्षाओं के प्रचार-प्रसार की जरूरत पर बल देते हुए इसे परिवर्तन का रास्ता बताया। वक्ताओं ने कहा कि आज के समाज की समस्याओं का समाधान महर्षि दयानंद की शिक्षाअों से संभव है। आज युवा अपने रास्ते से भटक गए हैं, जिन्हें महर्षि दयानंद के बताए रास्ते पर चलकर जीवन निर्माण करना चाहिए।