समराला (निस)
देश भगत विश्वविद्यालय मंडी गोबिंदगढ़ में 11वां दीक्षांत समारोह सम्पन्न हुआ। आयोजन में लगभग 2012 छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गई। चांसलर डॉ ज़ोरा सिंह और प्रो-चांसलर डॉ. ताजिंदर कौर ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। रजिस्ट्रार डॉ. प्रदीप कुमार ने स्वागत भाषण दिया। वाइस-चांसलर डॉ. अभिजित जोशी ने विश्वविद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। समारोह के मुख्य अतिथि और स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक के पोते डॉ. दीपक जे तिलक ने कहा ‘हमारी जटिल दुनिया में चुनौतियों को अवसर के रूप में देखना चाहिए।’ उन्होंने आजीवन शिक्षा ग्रहण करने को कहा। उन्होनें कहा कि आर्टिफ़िश्यल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग ने तेजी से प्रगति की है। डॉ. तिलक ने समर्थन किया कि सम्मानित छात्रों को राष्ट्र के सुधार के लिए अपने ज्ञान का उपयोग करने की आवश्यकता है, जो आज की समस्याओं को समाधान करने और सामाजिक प्रगति में योगदान करने की जरूरत है। इस अवसर पर डीबीयू चांसलर डॉ. जोरा सिंह ने कहा कि हमें अपने आदर्शो और नैतिक सिद्धांतों को सदा याद रखना चाहिए। डीबीयू के अध्यक्ष डॉ संदीप सिंह ने विश्वास व्यक्त किया कि स्नातक छात्र विश्वविद्यालय में अपनी अनुशासन और मूल्यों को बनाए रखने की क्षमता रखेंगे। इस अवसर पर डी लिट् की उपाधि तिलक महाराष्ट्र विद्यापीठ पुणे के चांसलर डॉ दीपक जे तिलक, टेक्नो इंडिया विश्वविद्यालय कोलकाता के चांसलर प्रोफेसर गौतम रॉय चौधरी, योग संस्कृतम विश्वविद्यालय फ्लोरिडा के अंतरराष्ट्रीय वाइस चांसलर डॉ इट्टिकोर्न वाट्टाना, प्रसिद्ध होम्योपैथी चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ सुखवीर सिंह, नई दिल्ली से और पंजाबी विश्वविद्यालय पटियाला के पूर्व प्रोफेसर हरजिंदर सिंह वालिया को सम्मानित किया। डॉ. गीताली तिलक को महिला सशक्तिकरण पुरस्कार मिला।